नई दिल्ली, 15 जुलाई : संसद के आगामी मानसून सत्र की रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्ष ने रविवार को बैठक बुलाई है. इस बार विपक्षी दलों के साथ बैठक में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) भी शामिल होगी. विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करने के बाद, टीआरएस के विपक्षी दलों में शामिल होने की संभावना है. गौरतलब है कि टीआरएस को केंद्र में सत्तारूढ़ दल का करीब माना जाता है. लेकिन चावल की खरीद के मुद्दे पर दोनों पार्टियों में तनाव चल रहा है.
यही वजह है, कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी के वक्त मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) नजर नहीं आए थे. बीजेपी से नाराजगी के कारण केसीआर ने विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करने का ऐलान किया. यह भी पढ़ें : संसद के आगामी मानसून सत्र की रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्ष ने रविवार को बैठक बुलाई है. इस बार विपक्षी दलों के साथ बैठक में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) भी शामिल होगी.
आगामी मानसून सत्र की संयुक्त रणनीति को लेकर विपक्षी दलों की रविवार को बैठक हो रही है. जिसमें उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार पर भी चर्चा होगी. इसके लिए टीआरएस को न्योता दिया गया है. राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता को जोरदार झटका तब लगा, जब जेएमएम और शिवसेना जैसे कांग्रेस के सहयोगियों ने द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने की घोषणा की.