नई दिल्ली: राज्यसभा में विपक्ष के हंगामा के बाद भी आज कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020 तथा कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) क़ीमत आश्वासन समझौता व करार विधेयक, 2020 पारित हो गया है. यह बिल पास ना हो विपक्ष इसके विरोध में वोटिंग करते हुए इसका विरोध किया. विपक्ष के विरोध के बाद भी राज्यसभा में कृषि बिल पास हो गया. विपक्ष द्वारा इस बिल का विरोध करने पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) नेउनकी निंदा की है.
मीडिया के बातचीत में जेपी नड्डा ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष द्वारा हुआ मैं उसकी निंदा करता हूं. जो पार्टियां किसान विरोधी हैं उन्होंने आज इस तरह का प्रयास करके प्रजातंत्र पर बहुत बड़ा कुठाराघात किया है. उनको प्रजातंत्र पर भी विश्वास नहीं है इसलिए उन्होंने इस तरह से प्रयास किया था. वहीं उन्होंने आगे कहा कि 70 साल से जिस तरीके से किसानों के साथ अन्याय हो रहा था, शोषण हो रहा था, उनको आजादी दिलाने का काम सरकार नेपीएम के नेतृत्व में किया है. जो इस बिल के पास होने के बाद किसनों के जीवन में तरक्की होगी. यह भी पढ़े: Farm Bill 2020 Passed: राज्यसभा में कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों के बीच हुई तीखी नोंकझोंक
Opposition parties are anti-farmers. Instead of being part of the process, they tried to obstruct the liberation of farmers. BJP condemns their act: BJP President JP Nadda #AgricultureBills https://t.co/2z6jzfAA5H
— ANI (@ANI) September 20, 2020
वहीं राज्यसभा में किसान बिल पास होने के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर ख़ुशी जताई हैं. उन्होंने लिखा कि इस बिल को पास होने के बाद बिचौलियों के चंगुल से किसान मुक्त होंगे.
संसद द्वारा पारित उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण), कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन एवं कृषि सेवा पर करार और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक सही मायनों में किसानों को अपने फसल के भंडारण, और बिक्री की आजादी देंगे और बिचौलियों के चंगुल से उन्हें मुक्त करेंगे।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 20, 2020
वहीं इस बिल को पास होने के बाद सरकार की तरफ से कहा गया है कि दोनों विधेयक के प्रावधानों से किसानों को लाभ मिलेगा. राज्यसभा में किसान से जुड़े तीन विधेयक में दो विधेयक पेश किया गया. राज्यसभा में आज कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020 तथा कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) क़ीमत आश्वासन समझौता व करार विधेयक, 2020 पास हुआ. जो अब इस बिल को लागू होने के लिए राष्ट्रपति के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा जायेगा.