Onion Export Ban: प्याज से निर्यात बैन हटवाने में जुटे महाराष्ट्र के राजनीतिक दल, शरद पवार के बाद अब देवेंद्र फडणवीस ने केंद्र से की ये मांग

महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) को पत्र लिखकर प्याज के निर्यात पर लगी रोक को तुरंत वापस लेने का अनुरोध किया है.

प्याज (Photo Credits: Twitter)

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) को पत्र लिखकर प्याज के निर्यात पर लगी रोक को तुरंत वापस लेने का अनुरोध किया है. एक दिन पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर प्याज के निर्यात से बैन हटाने की अपील की. पवार ने कहा कि प्याज के निर्यात को रोकने के लिए निर्णय अचानक लिया गया है, जिस पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए.

अपने पत्र में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लिखा “आपसे दूरभाष पर इस विषय पर विस्तृत संवाद हुआ था और प्याज की निर्यात पर लगी रोक तुरन्त वापस लेने का अनुरोध मैंने आपसे किया था. हमारा फिर एक बार आपसे अनुरोध है कि निर्यात पर लगी रोक तुरन्त वापस ली जाए. महाराष्ट्र के प्याज की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माँग होती है और इससे महाराष्ट्र के किसानो को उचित दाम भी मिलता है. निर्यात पर रोक लगने से किसान काफ़ी आहत एवं दुखी है. मुझे आशा है की आप तुरन्त समुचित निर्णय करेंगे.” अनाज, दाल, प्याज आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे से बाहर होंगे, दो अध्यादेश मंजूर

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पीयूष गोयल से कहा कि इस निर्णय से महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक काफी नाराज हैं. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने ट्वीट कर कहा “भारत से निर्यात होने वाले प्याज की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छी मांग है और हम हमेशा से प्याज निर्यात करते रहे हैं. लेकिन केंद्र के अचानक लिए गए निर्णय से, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारत की छवि को नुकसान होगा.”

दुनिया की सबसे बड़ी प्याज मंडियों में शुमार महाराष्ट्र के नासिक में किसानों ने प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाए जाने के खिलाफ मंगलवार को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. मुंगसे, पिंपलगांव, नामपुर और उमराने बाजारों में किसानों ने प्रदर्शन किया. एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव की कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) में मंगलवार सुबह 2,220 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से प्याज की बोली लगनी शुरू हुई, जिससे किसान नाराज हो गए. प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि सोमवार को प्याज के दाम औसत 2,950 रुपये प्रति क्विंटल थे, जो निर्यात पर पाबंदी के फैसले के कुछ ही घंटे बाद गिरकर 2,700 हो गए.

उल्लेखनीय है कि बीते एक महीने में प्याज की कीमतों में तेजी से इजाफा हो रहा था, जिससे आम जनता की जेब पर बोझ बढ़ता चला जा रहा था. परिणामस्वरूप केंद्र सरकार ने सभी किस्म की प्याज के निर्यात को बैन कर दिया. हालांकि यह निर्णय महाराष्ट्र समेत देश के तमाम प्याज उत्पादकों को नागवार गुजरा है.

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