October Weather: देशभर में इस साल हुई अत्यधिक बारिश के बाद अक्टूबर में भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश के बाद अक्टूबर में भी भारत में औसत से ऊपर बारिश होने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा (Mrutyunjay Mohapatra) के अनुसार, अक्टूबर में देश को 50 साल के औसत से 115% से अधिक बारिश मिलने का अनुमान है.
महापात्रा ने कहा कि अक्टूबर में अधिक बारिश के कारण अधिकतम तापमान औसत या औसत से नीचे रहने की संभावना है. अक्टूबर में होने वाली अधिक बारिश से गर्मियों में बोई गई फसलें जैसे धान, कपास, सोयाबीन, मक्का और दलहन प्रभावित हो सकती हैं. महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में हाल ही में भारी बारिश ने पहले ही फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है.
केंद्र और दक्षिण भारत में बारिश का खतरा
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र के बनने से केंद्रीय, पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में अक्टूबर के पहले पखवाड़े (शुरूआती 15 दिनों) में भारी बारिश की संभावना है. इस वजह से मानसून का मध्य भारत से पीछे हटना भी देरी से होगा. आमतौर पर मानसून पूरे देश से 15 अक्टूबर तक पीछे हट जाता है.
किसानों के लिए चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि फसलों को भारी बारिश से उबरने और कटाई के लिए शुष्क मौसम की जरूरत है. यदि बारिश जारी रहती है तो कपास, सोयाबीन और धान की फसलें बड़े नुकसान का सामना कर सकती हैं. किसानों को फसल सुरक्षा और कटाई के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.













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