राजनाथ सिंह: बड़े पदों के लिए योग्यता देखी जाती है, सिफारिश नहीं
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के शीर्ष पदों पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ(आरएसएस) के लोगों की नियुक्ति का आरोप 'आधारहीन' है.
नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के शीर्ष पदों पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ(आरएसएस) के लोगों की नियुक्ति का आरोप 'आधारहीन' है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे सभी पदों पर नियुक्तियां 'सिफारिश' के आधार पर नहीं, बल्कि 'योग्यता' के आधार पर की जाती हैं. सिंह ने हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मिट में यहां कहा, "मुझे लगता है कि आरोप पूरी तरह आधारहीन हैं. अगर कोई मेरे पास ऐसे उदाहरण को लेकर आता, तो मैं इन आरोपों पर जवाब देने के लिए बेहतर स्थिति में होता..ये सभी नियुक्तियां योग्यता के आधार पर की गईं, न कि सिफारिश के आधार पर."
साक्षात्कार के दौरान उनसे शीर्ष पदों जैसे कुलपति के पदों पर आरएसएस के लोगों की नियुक्तियों के संबंध में सवाल पूछा गया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी बात रखी. देश में पहली बार सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का मीडिया के सामने आने के सवाल पर उन्होंने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय के मामले में जो कुछ भी हुआ, सत्तारूढ़ पार्टी की तरफ से कोई भी बयानबाजी नहीं की गई..अब स्थिति सामान्य है."
उन्होंने कहा, "हम एहतियात बरतते हैं कि संस्थानों की मर्यादा कम न होने पाए. एक लोकतंत्र में, अगर इसके संस्थान कमजोर होंगे, तब मैं विश्वास करूंगा कि लोकतंत्र भी कमजोर हो गया है. हम इन संस्थानों की पवित्रता और विश्वसनीयता बनाए रखने की कोशिश करते हैं."