
DGCA Review Report: विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को कहा कि एअर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े की निगरानी में कोई बड़ी सुरक्षा चिंता सामने नहीं आई. बढ़ती सुरक्षा चिंताओं और बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों से संचालित होने वाली कम से कम 66 उड़ानों को रद्द किए जाने के बीच डीजीसीए अधिकारियों ने एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की. समीक्षा बैठक में डीजीसीए ने एअर इंडिया में हाल में सामने आए रखरखाव संबंधी मुद्दों के बारे में चिंता जताई.
अहमदाबाद में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद 13 जून को डीजीसीए ने एअर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े की निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया जिसमें 787-8 के 26 और 787-9 के सात विमान शामिल हैं.
ये भी पढें: Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 162 शवों की हुई DNA पहचान, लंदन जाने वाली फ्लाइट फिर रद्द
अहमदाबाद में 12 जून को हुई विमान दुर्घटना में 241 यात्रियों की मौत हो गई थी. डीजीसीए ने एक बयान में कहा, ‘‘एअर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े की हाल में की गई निगरानी में कोई बड़ी सुरक्षा चिंता सामने नहीं आई. विमान और उससे संबंधित रखरखाव प्रणाली मौजूदा सुरक्षा मानकों के अनुरूप पाई गई.’’ इसने कहा कि एअर इंडिया ने 12 जून से 17 जून के बीच बोइंग 787 से संचालित होने वाली 66 उड़ानें रद्द की हैं. इस अवधि के दौरान, एयरलाइन ने बी787 के साथ 248 उड़ानें संचालित कीं.
रखरखाव से संबंधित मुद्दों को दूर करने के लिए डीजीसीए ने टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनियों को कुछ निर्देश जारी किए हैं.
बयान में कहा गया, ‘‘विमानन कंपनी को इंजीनियरिंग, परिचालन, रखरखाव इकाइयों में आंतरिक समन्वय को मजबूत करने और इस तरह की खामियों के कारण विमान संचालन में होने वाली देरी को कम करने के लिए अतिरिक्त विमान उपलब्धता सुनिश्चित करें और नियमों का सख्ती से पालन करें.’’
एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस प्रतिदिन 1,000 से अधिक उड़ानें संचालित करते हैं. बैठक विमानन कंपनियों की परिचालन क्षमता की समीक्षा करने और सुरक्षा तथा यात्री सेवा विनियमों के साथ निरंतर अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए बुलाई गई थी. इस बीच, ईरानी हवाई क्षेत्र के बंद होने से यूरोपीय और खाड़ी देशों के लिए भारतीय विमानन कपनियों की उड़ानों का संचालन भी बाधित हुआ है.
बयान में कहा गया, ‘‘हाल में हवाई क्षेत्र, खास तौर पर ईरानी हवाई क्षेत्र बंद होने के प्रभाव की समीक्षा की गई. हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण उड़ानों के मार्ग परिवर्तित किए गए, देरी हुई और उड़ानों को रद्द करना पड़ा है.’’
इसमें कहा गया, ‘‘ऑपरेटरों से यात्रियों और चालक दल के साथ समय पर संवाद सुनिश्चित करने और व्यवधानों को कम करने के लिए वैकल्पिक मार्ग की रणनीति अपनाने को कहा गया है.’’ डीजीसीए ने यह भी कहा कि यात्रियों को देरी और उड़ान के रद्द करने के बारे में पहले से ही सूचित किया जाना चाहिए.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)