गुजरात के मुंद्रा पोर्ट ड्रग्स बरामदगी मामले में NIA ने दिल्ली में कई स्थानों पर छापेमारी कर ली तलाशी
मुंद्रा पोर्ट (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुजरात (Gujarat) के मुंद्रा पोर्ट (Mudra Port) से 2,988 किलोग्राम हेरोइन जब्त करने के सिलसिले में मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर तलाशी ली. राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों ने हाल ही में गुजरात की मुंद्रा पोर्ट (बंदरगाह) से 2,998 किलोग्राम हेरोइन की भारी मात्रा में जब्त की थी, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 21,000 करोड़ रुपये है. हेरोइन को अफगानिस्तान (Afghanistan) से आने वाले 'अर्ध-संसाधित तालक पत्थरों' की आयात खेप में छुपाया गया था, जो ईरान के बांदर अब्बास बंदरगाह से आई थी. मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़, Adani का नेमप्लेट उखाड़ा (Watch Video)

एनआईए ने कहा कि मंगलवार को उसने मेसर्स आशी ट्रेडिंग कंपनी द्वारा आयातित प्रतिबंधित ड्रग्स के साथ अर्ध-संसाधित तालक पत्थरों की जब्ती के संबंध में राष्ट्रीय राजधानी में पांच स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें लाजपत नगर, अलीपुर, खेड़ाकलां और नोएडा में आवासीय परिसर और वेयरहाउस शामिल हैं.

एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, "तलाशी के दौरान, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, लेख और सामान जब्त किए गए."

मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए तीन भारतीयों में आयात निर्यात कोड (आईईसी) के धारक शामिल हैं, जिसका इस्तेमाल खेप को आयात करने के लिए किया जाता था. एम सुधाकर और उनकी पत्नी दुर्गा वैशाली, जो कथित तौर पर विजयवाड़ा-पंजीकृत आशी ट्रेडिंग कंपनी चलाते थे, जिसने खेप को तालक पत्थर घोषित करते हुए हेरोइन का आयात किया था, को डीआरआई अधिकारियों ने चेन्नई से गिरफ्तार किया है.

डीआरआई ने पहले कहा था कि हेरोइन को गैर-प्रसंस्कृत तालक पाउडर के रूप में एक बड़े बैग में छुपाया गया था. हेरोइन को बैग की निचली परतों में रखा गया था और ऊपर से तालक पत्थर रख दिया गया था, ताकि पता न चले.