
नई दिल्ली, 19 फरवरी : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े विशाखापत्तनम जासूसी मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह मामला भारतीय नौसेना से जुड़ी संवेदनशील और गोपनीय रक्षा सूचनाओं की चोरी से संबंधित है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वेथन लक्ष्मण टंडेल और अक्षय रवि नाइक शामिल हैं, जो कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले से पकड़े गए, जबकि अभिलाष पी.ए. को केरल के कोच्चि से गिरफ्तार किया गया. अब तक इस मामले में कुल आठ लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. एनआईए की जांच के मुताबिक, ये आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से संपर्क में थे और भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों, जैसे कारवार और कोच्चि नौसेना बेस से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक कर रहे थे. इसके बदले में इन्हें पैसे मिल रहे थे. यह भी पढ़ें :न्यायालय ने मध्यस्थता निर्णयों में अदालतों के संशोधन करने से जुड़े मुद्दे पर फैसला सुरक्षित रखा
इस मामले में अब तक एनआईए ने दो फरार पाकिस्तानी संदिग्धों सहित पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है. जांच के दौरान पता चला कि पाकिस्तानी नागरिक मीर बलज खान और गिरफ्तार आरोपी आकाश सोलंकी भारतीय नौसेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक करने वाले जासूसी रैकेट में शामिल थे.
एनआईए इस जासूसी साजिश की पूरी जांच कर रही है, जो पाकिस्तान और अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा की गई थी. इससे पहले, 17 फरवरी को एनआईए ने केरल के प्रोफेसर के हाथ काटने के मामले में मुख्य आरोपी को शरण देने वाले के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था. प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्य शफीर सी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया था.
एनआईए की जांच से पता चला था कि शफीर ने प्रोफेसर टी.जे. जोसेफ पर हमला करने वाले मुख्य हमलावर सवद को जानबूझकर शरण दी थी. साथ ही उसे झूठी पहचान के तहत नौकरी और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने में भी अहम योगदान दिया था. सवद के खिलाफ साल 2011 में ही आरोप पत्र दाखिल किया गया था.