कस्तूरबा गांधी अस्पताल में नवजात की मौत, भाजपा ने एलजी को लिखा पत्र, कहा- शीघ्र कराएं जांच
कस्तूरबा गांधी अस्पताल में एक नवजात की मौत को लेकर दिल्ली भाजपा ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है. पत्र में भाजपा ने इस घटना की जांच कराने की मांग की है.
नई दिल्ली, 24 अगस्त : कस्तूरबा गांधी अस्पताल में एक नवजात की मौत को लेकर दिल्ली भाजपा ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है. पत्र में भाजपा ने इस घटना की जांच कराने की मांग की है. प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष योगिता सिंह के नेतृत्व में महिला पार्षदों का एक प्रतिनिधिमंडल कस्तूरबा गांधी अस्पताल जाएगा.
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को दिल्ली नगर निगम के कस्तूरबा गांधी अस्पताल में प्रशासनिक लापरवाही के चलते बिजली कटौती हुई. जिससे वेंटिलेटर काम नहीं कर पाया और एक शिशु की मौत हो गया. भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने प्रदेश उपाध्यक्ष योगिता सिंह के नेतृत्व में पांच पार्षदों की टीम बनाई है जो कस्तूरबा अस्पताल का निरीक्षण करेगी. यह भी पढ़ें : Mayawati on SP-Congress: सपा-कांग्रेस का चाल, चरित्र व चेहरा हमेशा एससी-एसटी विरोधी रहा- मायावती
पत्र में कपूर ने कहा है कि कस्तूरबा गांधी अस्पताल एशिया के बड़े जच्चा-बच्चा अस्पतालों में से एक है. लेकिन, मौजूदा समय में गंभीर दुर्दशा के दौर से गुजर रहा है. दस साल से अरविंद केजरीवाल सरकार इसके रखरखाव के लिए फंड नही दे रही है. जिसके परिणामस्वरूप आज इस अस्पताल के वार्ड हो या हॉस्टल सब जर्जर हालत में है, फिर भी यहां महिला मरीजों का तांता लगा रहता है. कपूर ने पत्र में बताया है कि अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने एक आंतरिक पत्र जारी किया था. उन्होंने 22 अगस्त को अस्पताल में दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक मरम्मत के नाम पर बिना वैकल्पिक व्यवस्था के बिजली काटने की अनुमति दे दी.
खत में आगे अस्पताल प्रशासन के लापरवाह रवैए की बात कही गई है. लिखा है- अस्पताल प्रशासन ने वेंटिलेटर एवं ऑपरेशन थिएटर तक के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नही की गई, परिणामस्वरूप वेंटिलेटर पर रखे एक नवजात की मौत हो गई और दो डिलीवरी मोमबत्ती की रोशनी में हुई. भाजपा प्रवक्ता ने एलजी से मांग की है कि वह शीघ्र कस्तूरबा गांधी अस्पताल की दुर्दशा का निरीक्षण करें और 22 अगस्त को वेंटिलेटर पर बच्चे की मौत एवं मोमबत्ती की रोशनी में हुई डिलीवरी की जांच के आदेश दें.