हिमालय की गोद में, जहाँ बर्फ की चादरें धरती को चूमती हैं, वहां एक शेरपा है जिसका नाम है कामी रीता शेरपा. ये नाम सिर्फ एक पहचान नहीं, बल्कि साहस और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है. जिस पर्वत को दुनिया माउंट एवरेस्ट कहती है, वो कामी रीता के लिए घर जैसा है. और इस घर की छत पर, दुनिया की सबसे ऊँची चोटी पर, कामी रीता ने 29वीं बार कदम रखकर इतिहास रच दिया है.
ये कोई मामूली उपलब्धि नहीं है! ये एक ऐसा कारनामा है जो इंसानी जज़्बे और हिम्मत को नया आयाम देता है. हर कदम पर मौत का ख़तरा, कड़ाके की ठंड, ऑक्सीजन की कमी, और फिर भी कामी रीता का हौसला अडिग रहा. हर बार उन्होंने सागरमाथा की ऊंची चोटी को फतह किया, मानो पहाड़ों से उनकी कोई पुरानी दोस्ती हो.
Nepali Sherpa climber Kami Rita Sherpa climbs Everest for record 29th time breaking his own previous record of 28 ascends. He is the sole person to climb the World’s tallest peak for a record 29 times: Government officials
(file pic) pic.twitter.com/6gp6QaKWdz
— ANI (@ANI) May 12, 2024
कामी रीता का ये सफ़र सिर्फ एक व्यक्ति की कहानी नहीं है. ये उन सभी शेरपाओं की कहानी है जो अपनी जान की बाज़ी लगाकर एवरेस्ट पर आने वाले लोगों की मदद करते हैं. ये उन सभी लोगों की कहानी है जो अपने सपनों को हासिल करने के लिए किसी भी मुश्किल से घबराते नहीं.
View this post on Instagram
सरकारी अधिकारियों ने खुद इस खबर की पुष्टि की है. कामी रीता अब दुनिया के अकेले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने 29 बार दुनिया की सबसे ऊँची चोटी को फतह किया है.
सेवन समिट ट्रेक्स प्राइवेट लिमिटेड में वरिष्ठ पर्वतारोहण गाइड कामी ने मई 1994 में पहली बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी. गुरगैन के अनुसार, 1994 से 2024 के बीच, कामी रीता ने माउंट एवरेस्ट पर 28 बार, माउंट के2 और माउंट ल्होत्से पर एक-एक बार, माउंट मनास्लु पर चार बार और माउंट चो ओयू पर आठ बार चढ़ाई की.