नई दिल्ली, 22 मार्च : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को क्लीन चिट दे दी है और कहा है कि मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परम बीर सिंह (Param Bir Singh) के पत्र में लगाए गए गए देशमुख के खिलाफ आरोप 'अस्पष्ट' हैं. पवार ने सोमवार को दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "5 फरवरी से 15 फरवरी तक, देशमुख को कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अस्पताल ने एक प्रमाण पत्र जारी किया है. 16 से 27 फरवरी तक, वह होम क्वारंटीन में थे. अगर आप मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर के पत्र को देखते हैं, तो उसमें उल्लेख है कि फरवरी के मध्य में उन्हें कुछ अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया था कि उन्हें महाराष्ट्र के गृह मंत्री से ऐसा करने का निर्देश मिला है." यह भी पढ़े: Maharashtra: गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले BJP प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल समेत 50 पर केस दर्ज
महाराष्ट्र के गृह मंत्री की बर्खास्तगी की भाजपा की मांग पर पवार ने कहा, "जिस अवधि के दौरान देशमुख के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, उस दौरान वो अस्पताल में भर्ती थे. इसलिए, उनकी बर्खास्तगी की मांग का कोई मतलब नहीं है."
पवार ने आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस के पूर्व शीर्ष अधिकारी के पास कोई सबूत नहीं है और इसलिए देशमुख को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि यह आरोप उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास पाए गए विस्फोटक से लदे एसयूवी की घटना की जांच को पटरी से उतारने के लिए लगाया गया है.
इससे पहले ये मुद्दा संसद के दोनों सदनों में भाजपा ने उठाया. राज्यसभा में, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को अनिल देशमुख रिश्वत मुद्दे को उठाया, जबकि सत्ता पक्ष के सदस्यों ने महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने के लिए सदन में नारेबाजी की.
प्रश्नकाल के दौरान, जब जावडेकर की बारी उनके मंत्रालय से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर देने की आई, तो उन्होंने कहा, "मैं सवाल नहीं सुन सकता हूं. लेकिन महाराष्ट्र में, मंत्री 100 करोड़ घूस ले रहे हैं और पुलिस बम लगा रही है जो पहले आतंकवादी किया करते थे."
सत्ता पक्ष ने राज्य सरकार से देशमुख को बर्खास्त करने की मांग की. इससे पहले महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार ने रविवार को राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को बर्खास्त करने की विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया.
सरकार में सहयोगी राकांपा ने कहा कि परम बीर सिंह द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए सनसनीखेज आरोपों के मद्देनजर देशमुख के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं है. रविवार को पार्टी ने नई दिल्ली में पवार के 6, जनपथ स्थित निवास पर मैराथन बैठक की.