नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने शनिवार को कहा कि उसने डार्कनेट (Darknet) पर चल रहे एक मादक पदार्थ तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. एनसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि सिंडिकेट मल्टी क्रिप्टोकरंसी (Syndicate Multi Cryptocurrency) के इस्तेमाल से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों (International Markets) में ड्रग्स (Drugs) की आपूर्ति कर रहा था. Mumbai: मलाड स्थित बेकरी में NCB ने मारा छापा, केक-पेस्ट्री में ड्रग्स मिलाकर हाई प्रोफाइल लोगों को किया जाता था सप्लाई
अधिकारी ने कहा कि सिंडिकेट नौ वेबसाइटों का संचालन कर रहा था, जो भारत के बाहर भौगोलिक क्षेत्र में पंजीकृत हैं. उन्होंने कहा कि सिंडिकेट भारत में दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में फैला हुआ है और अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और फिलीपींस तक इसका जाल बिछा हुआ है.
अधिकारी ने बताया कि खेप का गंतव्य मुख्य रूप से अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और अन्य देशों के लिए था. भुगतान पद्धति पर प्रकाश डालते हुए, अधिकारी ने कहा कि उपयोग की जाने वाली मुद्रा की बात करें तो क्रिप्टोकरंसी और बिटकॉइन का लेनदेन इनके इस गोरखधंधे में प्रमुख हिस्सा था.
उन्होंने आगे कहा कि भारत से बाहर के बैंक खातों की जांच की जा रही है. अधिकारी ने बताया कि कुल 37 बरामदगी हुई है, जिसमें 22 लाख साइकोट्रोपिक टैबलेट जैसे ट्रामाडोल और 245 किलोग्राम साइकोट्रोपिक ड्रग्स जब्त की गई हैं.
इस नेटवर्क में शामिल हरिद्वार स्थित एक दवा निर्माण कंपनी का भंडाफोड़ हो चुका है. अधिकारी ने आगे कहा कि प्रतिबंधित पदार्थों को छिपाने और लेकर जाने लिए हर्बल सप्लीमेंट पैकेज का इस्तेमाल किया जाता था. उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल फोरेंसिक ने इस मॉड्यूल द्वारा पहले ही भेजे गए 1 लाख रुपये के ऑर्डर को भी उजागर किया है.