देश से जल्द होगा नक्सलवाद और माओवाद का सफाया: राजनाथ सिंह
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को केन्द्रीय बलों के पराक्रम की सरहना की. उन्होंने कहा कि "केन्द्रीय बल की ताकत के आगे नक्सलवाद और माओवाद लगातार दम तोड़ रहा है. अब वह दिन दूर नहीं जब देश से नक्सलवाद और माओवाद का सफाया हो जाएगा."
लखनऊ: केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को केन्द्रीय बलों के पराक्रम की सरहना की. उन्होंने कहा कि "केन्द्रीय बल की ताकत के आगे नक्सलवाद और माओवाद लगातार दम तोड़ रहा है. अब वह दिन दूर नहीं जब देश से नक्सलवाद और माओवाद का सफाया हो जाएगा." राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले देश के 126 जिलों में नक्सलवाद था, वह अब सिमट कर 10-12 जिलों में रह गया है. इससे साफ पता चलता है कि सुरक्षाबलों के आगे नक्सली दम तोड़ रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बिजनौर स्थित शिविर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) की एक विशिष्ट इकाई, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर गृह मंत्री ने कहा, "पुलिस बल (सीआरपीएफ) और आरएएफ के पराक्रम के बलबूते पूरे देश से नक्सलवाद और माओवाद का सफाया हो जाएगा.'
केन्द्रीय बलों ने जीता जनता का भरोसा
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्रीय बलों ने दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय करके हिन्दुस्तान की जनता के मन में भरोसा कायम किया है. उन्होंने कहा कि जब असम में एनआरसी को लेकर आंदोलन हो रहा था, तब वहां सीआरपीएफ को बुलाने की मांग की गई थी. केरल में बाढ़ के वक्त भी सीआरपीएफ को बुलाने की मांग उठी थी. यह सब केन्द्रीय बलों की पराक्रम का ही नतीजा है. यह भी पढ़ें- कश्मीर को लेकर राजनाथ सिंह का पाक को दो टूक जवाब, कहा- हमारा था, हमारा रहेगा
इन केन्द्रीय बलों ने उन स्थानों में तक काम किया है जहां विकास की किरण नहीं पहुंच पाई थी. केन्द्रीय बलों ने उन स्थानों पर नक्सलवाद को चुनौती देकर उनका सफाया किया जिसके कारण वहां अब विकास का कार्य शुरू हुआ है.
शहीद सैनिकों को दिए जाने मुआवजे पर राजनाथ सिंह ने कहा कि "पहले शहीद जवानों के परिवारों को 45 लाख रुपये मुआवजा मिलता था, लेकिन जबसे हमारी सरकार आई है, हमने सुनिश्चित किया कि उन्हें 1 करोड़ रुपये से कम न दिया जाए. हालांकि, मुझे आभास है कि जीवन की कीमत जितना किसी भी राशि से मुआवजा नहीं दिया जा सकता."