नई दिल्ली: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने हाल ही में देशभर में हुई घटनाओं का संज्ञान लेते हुए सम्बंधित सरकारों को नोटिस भेज रिपोर्ट मांगी है. इसमें यूपी (UP) के कासगंज में युवक की मृत्यु, लखिमपुर खीरी हिंसा और त्रिपुरा में हुई हिंसा शामिल हैं. उत्तरप्रदेश के कासगंज में एक युवक की तथाकथित पुलिस हिरासत में मृत्यु मामले में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उत्तरप्रदेश सरकार को नोटिस भेजा है और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने उत्तरप्रदेश के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव को यह पत्र भेजा है वहीं आयोग ने पत्र में लिखा है कि, इस मामले में की गई कार्यवाई की रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर भेजें.
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने आईएएनएस को बताया कि, हमने उत्तरप्रदेश डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी से इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है। अभी तक हमारे पास जो जानकारी आई है वह अखबारों के माध्यम से आई. इस मामले में जैसे ही उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से रिपोर्ट आएगी हमारे आयोग के सदस्य भी घटनास्थल पर जाएंगे और हम देखेंगे कि धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव न हो. यह भी पढ़े: दिल्ली दंगा: विरोधाभासी बयानों पर अदालत ने कहा, शपथ लेकर झूठी गवाही दे रहे पुलिस गवाह
दरअसल कासगंज में पुलिस ने अल्ताफ मियां नाम के युवक को 8 नंवबर की रात गिरफ्तार किया, वहीं उसपर यह आरोप लगा कि उसने अपनी पड़ोस में रहनी वाली एक युवती को साथ लेकर भागा है. हालांकि इस मामले पर आरोपी से पुलिस पूछताछ ही कर रही थी की यह खभर सामने आई कि उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई.
दूसरी ओर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने त्रिपुरा में हाल ही में हुई घटना पर भी स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार से रिपोर्ट मांगी है। आयोग अध्यक्ष ने कहा कि, हमें भी पता है उधर क्या चल रहा है. हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि वहां रह रहे अल्पसंख्यक सुरक्षित महसूस करें.
उन्होंने इसपर आगे कहा कि, हमने यह रिपोर्ट 8 नवंबर को लिखकर भेजी थी. वहीं हमने उनसे कुछ सवाल भी पूछे है जिसमें इस हमले में जो लोग शामिल थे उनपर क्या कार्रवाई की गई है ? वहीं अब तक इस घटना में कितने लोग गिरफ्तार हुए हैं. उनपर किन धाराओं में मुकदम्मा दर्ज हुआ आदि सवाल शामिल है.
दरअसल त्रिपुरा के उत्तर त्रिपुरा जिले में अल्पसंख्यकों पर हमले की घटना सामने आई थी. जिसमें दुकानें और घरों में तोड़फोड़ की गई। हालांकि इस हमले पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया गया था.
वहीं उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर आयोग के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि, घटना की जानकारी सामने आते ही हमने इसपर रिपोर्ट मांगी थी वहीं सरकार से इस घटना पर रिपोर्ट भी आ गई है. आयोग के सदस्य घटनास्थल जाएंगे और लोगों से मिलेंगे वहीं आखिर में हम अपनी राय सरकार को भेजेंगे.
दरअसल लखिमपुर खीरी में 4 किसान और एक पत्रकार समेत 8 लोगों की मृत्यु हुई थी. इस घटना पर किसानों की तरफ केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा समेत पन्द्रह बीस अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.