नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात कर उनसे पश्चिम बंगाल के जियागंज में हुए तिहरे हत्याकांड में हस्तक्षेप करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल रॉय, स्वप्निल दासगुप्ता और एस.एस. अहलूवालिया थे. राष्ट्रपति भवन से बाहर आते हुए विजयवर्गीय ने कहा, "हमने राष्ट्रपति को बंगाल की स्थिति से अवगत कराया। हमने वहां राष्ट्रपति शासन की मांग नहीं की है.लेकिन यह बताया कि हमारे कार्यकर्ता किन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं.सूत्रों ने कहा है कि प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की मांग कर रहा है. पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिला के जियागंज में आठ अक्टूबर को एक परिवार के तीन लोग- बंधुप्रकाश पाल, उनकी पत्नी ब्यूटी और आठ वर्षीय बेटा आंगन घर में मृत मिले थे.
पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया है. भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने दावा किया है कि बंधुप्रकाश पिछले कुछ महीनों से आरएसएस के साप्ताहिक कार्यक्रम मिलन में शामिल होते थे. पुलिस ने हालांकि इस मामले में किसी भी राजनीतिक द्वेष की संभावना को खारिज कर दिया है और दावा किया है कि मृतकों के परिजनों ने इससे इंकार किया है कि बंधुप्रकाश का किसी राजनीतिक दल से संबंध था. यह भी पढ़े: कोलकाता: मुर्शिदाबाद हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपी उत्पल बेहरा गिरफ्तार, एक साथ पति-पत्नी, बच्चे की हुई थी हत्या
A high-level delegation of Bharatiya Janata Party comprising of National General Secretary, Kailash Vijayvargiya and party leaders SS Ahluwalia and Mukul Roy met President Ram Nath Kovind today over #Murshidabad triple murder case. pic.twitter.com/cDiqkl40MG
— ANI (@ANI) October 15, 2019
अब मामले की जांच में क्रिमिनल इनवेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) भी जुड़ गया है. पाल परिवार की विभत्स हत्या करने के बाद रानाघाट क्षेत्र में एक अन्य व्यक्ति हरालाल देवनाथ को गोली मार दी गई. पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दावा किया, "सिर्फ एक सप्ताह के अंदर भाजपा के चौथे कार्यकर्ता की नृशंस हत्या कर दी गई. भगवा पार्टी ने दावा किया है कि अब तक सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता कथित रूप से उसके 35 कार्यकर्ताओं की हत्या कर चुके हैं.