Mumbai: राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से की अपील- ईद खुशी से मनाई जानी चाहिए, अक्षय तृतीया पर न करें आरती
इससे पहले उन्होंने लाउडस्पीकर के मामले में कहा था कि मस्जिदों पर लाउडस्पीकर नहीं बजाया जाना चाहिए और वहां से इन्हें हटा दिया जाना चाहिए. यही नहीं, उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए जाते हैं तो उनके समर्थक मस्जिदों के सामने और भी ऊंची आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने सोमवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि मंगलवार को रमजान ईद (Ramzan Eid) मनाने के दौरान मुसलमान परेशान नहीं किए जाने चाहिए. ठाकरे का यह बयान आश्चर्यजनक है, क्योंकि हाल ही में उन्होंने मस्जिदों (Mosques) पर लगाए जाने वाले लाउडस्पीकरों (Loudspeakers) को लेकर विवादित बयान दिया था. Hanuman Chalisa Controversy: राज ठाकरे की अपील, ईद के चलते कल लाउडस्पीकर से न बजाएं हनुमान चालीसा
उन्होंने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि कल (मंगलवार) रमजान ईद है. मुसलमानों को इस त्योहार को खुशी से मनाना चाहिए. इसलिए अक्षय तृतीया के पूर्व-निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार, कल आरती न करें.
राज ठाकरे ने स्पष्ट किया कि मनसे किसी भी त्योहार को मनाने के लिए समस्या पैदा नहीं करेगी. राज ठाकरे ने एक ट्वीट में लिखा है, कल ईद है. कल मैंने औरंगाबाद की रैली में उसके बारे में बात की थी. मुस्लिम समाज का ये त्यौहार खुशी से मनाया जाना चाहिए, पहले तय हुआ था, उस तरह से अब आप अक्षय तृतीया के दिन कहीं भी आरती मत करें. हमें किसी के भी त्यौहार में बाधा नहीं डालनी है. लाउडस्पीकर का विषय धार्मिक नहीं सामाजिक है और उसके बारे में आगे क्या करना है, ये मैं कल ट्विटर पर बताऊंगा.
इससे पहले उन्होंने लाउडस्पीकर के मामले में कहा था कि मस्जिदों पर लाउडस्पीकर नहीं बजाया जाना चाहिए और वहां से इन्हें हटा दिया जाना चाहिए. यही नहीं, उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए जाते हैं तो उनके समर्थक मस्जिदों के सामने और भी ऊंची आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
राज ठाकरे को शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, संभाजी ब्रिगेड, स्वाभिमानी शेतकारी संगठन, वंचित बहुजन अघाड़ी और अन्य शीर्ष नेताओं की ओर से उनके बयानों के लिए भारी आलोचना का सामना करना पड़ा है.