Mumbai Metro's first Driverless Train: मुंबई मेट्रो को इस दिन मिलेगी पहली 'ड्राइवरलेस' ट्रेन, इन सुविधाओं से होगी लैस
मुंबई मेट्रो (photo credit-Wikimedia Commons)

शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बुधवार को कहा कि मुंबई मेट्रो अपनी पहली स्वदेशी निर्मित ड्राइवरलेस ट्रेन को भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड बेंगलुरु से प्राप्त करेगी. उन्होंने कहा कि पहली स्वचालित मेट्रो ट्रेन 27 जनवरी को मुंबई के चारकोप मेट्रो कारशेड तक पहुंचेगी और परिचालन परीक्षण के बाद इस साल मई से शुरू होने वाले दो नए मेट्रो मार्गों पर तैनात की जाएगी. यह ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन होगी, जो अपने आप चलेगी. लेकिन, शुरू में लगभग छह महीने तक यात्रियों को घबराहट या असुरक्षित महसूस न करने के लिए उन्हें एक मोटोरमैन द्वारा संचालित किया जाएगा. गाड़ियों की अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा होगी.

नई ड्राइवरलेस ट्रेनें मेट्रो 2 ए दहिसर से डीएन नगर और मेट्रो 7 दहिसर से अंधेरी पूर्व तक चलाई जाएंगी. शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मार्गदर्शन में इन मेट्रो लाइनों और स्टेशनों के निर्माण में तेजी लाई गई है और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) द्वारा एक्जेक्यूट किया जा रहा है. BEML 3,3015 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित 340 किलोमीटर लंबे मुंबई मेट्रो नेटवर्क के लिए प्रत्येक में 6 कोचों में से 65 रेक शामिल करते हुए 390 कोचों का निर्माण करेगा, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निर्मित होने की तुलना में लगभग 20 प्रतिशत अधिक किफायती हैं. प्रत्येक कोच में 52 यात्री बैठेंगे और प्रत्येक ट्रेन की क्षमता लगभग 2,280 यात्रियों की होगी और 6 रैक अगले छह महीनों में वितरित कर दिए जाएंगे, बाकी आने वाले तीन वर्षों में चलेंगे. यह भी पढ़ें: Driverless Metro: दिल्ली को मिली पहली ड्राइवरलेस मेट्रो की सौगात, पीएम मोदी बोले- 2025 तक 25 शहरों में मेट्रो चलाने का लक्ष्य

बेंगलुरु साइट पर अपनी यात्रा के दौरान शिंदे एमएमआरडीए के निदेशक राजीव अग्रवाल, बीईएमएल के सीएमडी डॉ. डी.के. होटा और अन्य शीर्ष अधिकारी संग नवीनतम विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी और पसेंजर सेफ्टी और सेक्योरिटी के साथ-साथ प्रत्येक ट्रेन में दी जाने वाली सुविधाओं के उपायों की समीक्षा की. ट्रेनों में अत्याधुनिक तकनीक जैसे वीवीवीएफ, गति नियंत्रण और स्पीड कंट्रोल और सुरक्षा, प्रबंधन प्रणाली, इंटरनेट के लिए प्रत्येक कोच में ऑप्टिकल फाइबर और कोचों को ऊर्जा संरक्षण और बिजली आउटेज मामले में वैकल्पिक गैर-पारंपरिक ऊर्जा में बदलने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

सभी ट्रेनों में ऑटोमेटिक दरवाजे, यात्री घोषणा, फिसलन को रोकने के लिए एंटी स्किड फ्लोर, अग्निशमन, ट्रेन में सीसीटीवी और प्लेटफार्मों पर आपातकालीन सहायता बटन, आदि सुविधाओं से लैस होगा. सितंबर 2019 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत मुंबई मेट्रो के पहले कोच का उद्घाटन किया था.