Mumbai Local Train: मुंबई लोकल ट्रेन बंद, मोटरमैन और कर्मचारियों की हड़ताल से यात्रियों की बढ़ी परेशानी
मायानगरी में शाम का समय लोगों के ऑफिस से घर लौटने का होता है. ऐसे में हड़ताल की वजह से हजारों लोग स्टेशन पर ही फंस गए. कई यात्री ट्रैक पर उतरकर नाराज़गी जताने लगे. बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों के लिए हालात और भी मुश्किल बने हुए हैं.
Mumbai Local Train: मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनें बुधवार शाम अचानक रुक गईं, जिससे शहर की रफ्तार थम-सी गई. सेंट्रल रेलवे (Central Railway) के कर्मचारी और मोटरमैन द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) से कल्याण की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों की सेवाएं रोक दी गईं. शाम 5:40 बजे से कोई भी लोकल ट्रेन आगे नहीं बढ़ पाई और देखते ही देखते प्लेटफॉर्म यात्रियों से खचाखच भर गए.
पीक आवर में अचानक हड़ताल, यात्रियों में अफरा-तफरी
मायानगरी में शाम का समय लोगों के ऑफिस से घर लौटने का होता है. ऐसे में हड़ताल की वजह से हजारों लोग स्टेशन पर ही फंस गए. कई यात्री ट्रैक पर उतरकर नाराज़गी जताने लगे. बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों के लिए हालात और भी मुश्किल बने हुए हैं. लोगों के लिए न तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था है और न यह पता कि सेवा कब बहाल होगी.
प्रदर्शन के चलते लोकल सेवा बाधित
मुंबई लोकल बंद
मुंब्रा हादसे की जांच को लेकर फूटा गुस्सा
कर्मचारियों का विरोध जून 2025 में हुए एक दर्दनाक हादसे से जुड़ा है. मुम्ब्रा रेलवे स्टेशन के पास लोकल ट्रेन की चपेट में आने से 4 यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 9 गंभीर रूप से घायल हुए थे. इस घटना के बाद प्रशासन ने रेलवे विभाग के दो इंजीनियरों पर जिम्मेदारी तय करते हुए केस दर्ज किया और उन पर स्पॉट मार्क लगाया.
रेलवे कर्मचारी इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि सुरक्षा-प्रबंधन की कमियों के बावजूद जिम्मेदारी सिर्फ कर्मचारियों पर डालना गलत है.
लोकल ट्रेनें रुक जाने से मेट्रो और सड़क मार्ग पर भी भारी दबाव बढ़ गया है. ऑटो, टैक्सी और बसों के किराए आसमान छू रहे हैं. यात्री आग-बबूला हैं, “अगर रेलवे कर्मचारियों की परेशानी है तो समाधान के जरिए बात करें, हम यात्रियों को सज़ा क्यों मिल रही है?”