मुंबई: CST इलाके का जल्द ही बदलेगा स्वरुप, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर के तर्ज पर किया जाएगा मेकओवर
सीएसटी (CST) इलाके का जल्द ही स्वरूप बदलने वाला है. जी हां, न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर (New York's Times Square) की तर्ज पर सीएसटी का नवीनीकरण किया जाएगा, ताकि सड़क पर पैदल चलने वाले और गाड़ी से सफर करने वाले यात्रियों को अधिक सुविधाएं मुहैया कराई जा सके.
मुंबई: सीएसटी (CST) इलाके का जल्द ही स्वरूप बदलने वाला है. जी हां, न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर (New York's Times Square) की तर्ज पर सीएसटी का नवीनीकरण (Makeover) किया जाएगा, ताकि सड़क पर पैदल चलने वाले और गाड़ी से सफर करने वाले यात्रियों को अधिक सुविधाएं मुहैया कराई जा सके. सड़क उपयोग नियम को ध्यान में रखते हुए इसका नवीनीकरण किया जाएगा, जिसे अंतर्गत चित्रित ट्रैफिक लेन (Traffic Lane) और पैदल चलने के लिए आरामदायक जोन बनाए जाएंगे.
सीएसटी का नवीनीकरण बीएमसी (BMC), ट्रैफिक पुलिस (traffic Police) और यूएस की ब्लूमबर्ग इनिशिएटीव फॉर ग्लोबल रोड सेफ्टी की संयुक्त पहल है. इस योजना के तहत मुंबई के 19 चौराहे, एलबीएस मार्ग, पी डिमेलो रोड और बेलासिस रोड जैसे कुछ रोड़ भी शामिल हैं. यह उम्मीद जताई जा रही है कि इनके नवीनीकरण के बाद यहां एक्सीडेंट के जोखिम कम हो जाएंगे.
दरअसल, साल 2016 के बीएमसी के डेटा के मुताबिक, मुंबई में तकरीबन 50 फीसदी लोग यातायात के लिए सड़क का इस्तेमाल करते हैं. जानकारी के मुताबिक, टाइम्स स्क्वायर की तर्ज पर सीएसटी के नवीनीकरण के लिए अस्थायी मटेरियल का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि अगर यह कारगर साबित नहीं हुआ तो इसे आसानी से हटाया जा सके. यह भी पढ़ें: मुंबई की जानलेवा गड्ढों को भरने के लिए दो युवक सड़कों पर उतरे
न्यूयॉर्क सिटी की पूर्व ट्रांसपोर्टेशन कमिश्नर जेनेट सादिक खान की मानें तो मुंबई की इन सड़कों लगभग 35 फीसदी लोग पैदल चलते हैं. बता दें कि उन्होंने मंगलवार को ही बीएमसी अधिकारियों के साथ इस प्रोजेक्ट की घोषणा की.
बता दें कि मुंबई में पार्किंग को लेकर बड़ी समस्या है, लेकिन इस प्रोजेक्ट की घोषणा के बाद कहा जा रहा है कि न्यूयॉर्क की नाइन्थ एवेन्यू के बेहतरीन कॉनसेप्ट को ध्यान में रखते हुए मुंबई में भी साइकिल के लिए एक अलग से लेन बनाया जाएगा. इसके लिए मुंबई में जहां भी चौड़े और कम ट्रैफिक वाले रोड हैं वहां इस कॉन्सेप्ट पर काम किया जाएगा. इसके साथ ही सड़क पर पैदल चलने वाले लोगों के लिए 1.5 मीटर का फूटपाथ बनाया जाएगा, ताकि उन्हें कोई दिक्कत न हो.