मध्य प्रदेश के सतना (Madhya Predesh)में नयागांव थाने में पदस्थ पुलिस कांस्टेबल (Police Constable) प्रबल प्रताप सिंह की मौत में नया मोड़ आ गया है. पहले जानकारी सामने आई थी कि प्रबल प्रताप सिंह की मौत सड़क हादसे में हुई थी. लेकिन जांच के दौरान पता चला है कि एमपी में सतना के पथरा गांव में डीजल की कालाबाजारी करने वाले माफिया को पकड़ने गए पुलिस कांस्टेबल प्रबल प्रताप सिंह को एक ट्रैक्टर ने कुचल कर मार दिया था. डीजल माफियाओं के खिलाफ प्रबल प्रताप सिंह जांच कर रहे थे. वहीं इस मामले पर सतना के एसपी रियाज इकबाल ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें बनाई गई हैं. पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में 5 संदिग्ध लिए गए हैं. इनसे पूछताछ जारी है.
मध्य प्रदेश पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सूचना के लिए 10,000 रुपये के इनाम की घोषणा की. कांस्टेबल प्रबल प्रताप सिंह की हत्या को लेकर पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. वहीं थाना प्रभारी आशीष धुर्वे को लापरवाही बरतने के मामले में निलंबित किया जा चुका है. दरअसल नयागांव पुलिस थाना प्रभारी आशीष धुर्वे को अधिकारियों ने बताया था कि सड़क दुर्घटना में कांस्टेबल की मौत हो गई थी. जिसके बाद आशीष धुर्वे को गलत जानकारी देने का दोषी पाया गया.
#UPDATE: 5 suspects taken into Police custody for questioning. Police announce a reward of Rs 10,000 for info leading to arrest of the accused. Nayagaon police station in-charge Ashish Dhurve has been suspended after he told officers that the Constable was killed in road accident https://t.co/3E51LE5gHM
— ANI (@ANI) June 16, 2020
रिपोर्ट के मुताबिक कांस्टेबल प्रबल प्रताप सिंह की हत्या से जुड़ी जानकारी स्थानीय लोगों ने दी. जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई है. उस दिन प्रबल प्रताप सिंह अपनी ड्यूटी कर रहे थे. शक होने पर जब उन्होंने एक ट्रैक्टर को रोककर उससे जरूरी कागजात की मांग की तो ड्राइवर ने उन्हें ट्रैक्टर से टक्कर मार दिया. जिससे प्रबल प्रताप सिंह टायर के निचे आ गए और उनकी मौत हो गई. प्रबल प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश के माऊ के रहने वाले थे.