MP: मध्य प्रदेश भाजपा का सदस्यता अभियान दिलाएगा तोहफा, सुस्ती बरतने वालों पर गाज भी गिरेगी
भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान संगठन पर्व जारी है, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सदस्य बनाने में जुटे हुए हैं. मध्य प्रदेश में पार्टी ने डेढ़ करोड़ सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य रखा है.
भोपाल 11 अक्टूबर : भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान संगठन पर्व जारी है, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सदस्य बनाने में जुटे हुए हैं. मध्य प्रदेश में पार्टी ने डेढ़ करोड़ सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य रखा है. सभी को जिम्मेदारियां सौंपे जाने के साथ ही उनमें यह भी उम्मीद जगा दी है कि जो भी इकाई, नेता इस अभियान में तय लक्ष्य को हासिल करने या उसे पार करने में सफल होगा, उसे तोहफा मिल सकता है. वहीं सुस्ती बरतने वालों पर गाज भी गिर सकती है.
भाजपा सदस्यता अभियान का पहला चरण पूरा हो चुका है और इस अवधि में राज्य में एक करोड़ से ज्यादा सदस्य बनाए गए है. वहीं वर्तमान में दूसरा चरण चल रहा है और यह 15 अक्टूबर को समाप्त होगा. भाजपा राज्य में डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में जुटी हुई है. पिछले सदस्यता अभियान में 96 लाख सदस्य ही बने थे और पार्टी इस बार नया कीर्तिमान बनाने की कोशिश कर रही है. यह भी पढ़ें : Ujjain Murder Case: उज्जैन में पूर्व पार्षद की गोली मारकर हत्या, पत्नी और दो बेटे हिरासत में
पार्टी ने राज्य में डेढ करोड़ सदस्य बनाने के लिए सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों को लक्ष्य दिया है. वहीं संगठन से जुड़े पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता तक को ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाने के लिए सक्रिय किया जा रहा है. दूसरे चरण में हर बूथ पर सौ सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव साफ कह चुके हैं कि जो भी नेता या कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाएंगे, उनकी आने वाले समय में सरकार में हिस्सेदारी हो सकती है. मुख्यमंत्री के इस बयान ने सदस्यता में जुटे नेताओं में नई उम्मीद भी जगा दी है, इसकी वजह भी है क्योंकि राज्य में विभिन्न समितियों से लेकर निगम-मंडलों में बड़ी संख्या में पद रिक्त हैं, यही कारण है कि निचले स्तर के पदाधिकारी और आम कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाने में जुटे हैं.
फिलहाल राज्य संगठन के पास जो रिपोर्ट आई है उसके मुताबिक 29 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जो अधिकतम सदस्य बनाने की ओर बढ़ रहे हैं. इन विधानसभा क्षेत्र में इंदौर दो, इंदौर एक ,भोपाल मध्य, आगर, ग्वालियर, उज्जैन दक्षिण, सतना, छिंदवाड़ा, इंदौर चार, सांवेर, राऊ, इंदौर तीन, उज्जैन उत्तर , गुना, देपालपुर, रीवा, मल्हारगढ़ ,भोपाल दक्षिण-पश्चिम, शिवपुरी, जबलपुर कैंट, जबलपुर पश्चिम, इंदौर पांच, अशोक नगर, धार, सीधी, चंदेरी, नर्मदा पुरम, सागर, डॉ अंबेडकर नगर मऊ शामिल है. इसके अलावा 10 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जो लक्ष्य की ओर बढ़ रहे है. राज्य में गैर राजनीतिक लोगों को जोड़ने के लिए ‘आईएम बीजेपी फ्यूचर फोर्स‘ के नाम से एक कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके जरिए उद्यमियों, बुद्धिजीवियों, प्रोफेशनल्स आदि को पार्टी से जोड़ा जा रहा है.
राज्य में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं जिनमें से भाजपा का 163 पर कब्जा है. भाजपा संगठन के पास अब तक जो रिपोर्ट आई है वह बताती है कि राज्य की 39 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां सदस्यता के मामले में प्रदर्शन बेहतर है. कई विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां से पार्टी के पास सदस्यता के मामले में अच्छी खबर नहीं आ रही है, लिहाजा इन क्षेत्रों के पदाधिकारी पर गाज भी गिर सकती है. इस बार के सदस्यता अभियान में भाजपा पिछले अभियान से ज्यादा सतर्क है और जिन्हें सदस्य बनाया जा रहा है, उनका पुराना रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है, ताकि साफ सुथरी छवि के लोग ही भाजपा के सदस्य बनें. पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख आशीष अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया है कि एक करोड़ 25 लाख से ज्यादा सदस्य बनाए जा चुके है और 15 अक्टूबर तक तय लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा.