तीन तलाक पीड़िता की मां ने खाया जहरीला पदार्थ
उत्तर प्रदेश के कोसीकलां में तीन तलाक पीड़ित एक महिला की मां ने पुलिस पर सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए रविवार को घर में विषाक्त पदार्थ खा लिया जिसके बाद हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. पीड़ित पक्ष से मिली जानकारी के अनुसार समरीन को उसके पति नाजिम ने तीन तलाक दे दिया है. इसलिए वह आजकल अपनी मां के घर कोसीकलां में रह रही है.
उत्तर प्रदेश के कोसीकलां में तीन तलाक पीड़ित एक महिला की मां ने पुलिस पर सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए रविवार को घर में विषाक्त पदार्थ खा लिया जिसके बाद हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. पीड़ित पक्ष से मिली जानकारी के अनुसार समरीन को उसके पति नाजिम ने तीन तलाक दे दिया है. इसलिए वह आजकल अपनी मां के घर कोसीकलां में रह रही है.
समरीन का आरोप है कि इस मामले में उसके द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार महिला दरोगा पिछले एक माह से कुछ भी करने की बजाय टरका रही है. इसी से हताश होकर पीड़िता की मां फरीदा ने रविवार की सुबह अपने घर में कोई जहरीला पदार्थ खा लिया.
पीड़िता ने बताया कि उसका पति नाजिम एक दुकान पर काम करता है. उसने करीब एक माह पूर्व उसे तीन तलाक दे दिया. जब उसने (समरीन ने) पुलिस में इसकी शिकायत की तो ससुराल वाले उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर में तीन तलाक देने पर पति गिरफ्तार, चार अन्य सदस्यों के खिलाफ भी मामला दर्ज
इस संबंध में, छाता क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक जगदीश कालीरमन ने कहा, ‘‘फिलहाल, उक्त घटना उनकी जानकारी में नहीं आई है. लेकिन, यदि ऐसा कुछ हुआ है और पुलिस को शिकायत मिली है तो उस पर कार्रवाई अवश्य होगी और कोई भी ढील नहीं दी जाएगी. वे स्वयं इस मामले को देखेंगे.’’
कोसीकलां थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार ने बताया, ‘पीड़ित पक्ष द्वारा पुलिस पर लगाया गया आरोप सही नहीं है. क्योंकि, हमने एक माह पूर्व ही जब शिकायत मिली थी तभी उनकी तरफ से दहेज उत्पीड़न के संबंध में मामला दर्ज कर लिया था, जिसके चलते पीड़िता के सास-ससुर ने न्यायालय में प्रस्तुत होकर जमानत करा ली. यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश: तीन तलाक कानून के तहत मथुरा में दर्ज हुआ मामला
हां, इतना जरूर है कि उसका पति अभी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है. उस मुकदमे में इनके अलावा ननद व ननदोई को भी नामजद किया गया है.’ उन्होंने बताया, ‘‘इसके बाद समरीन के ससुराल पक्ष के कुछ लोग इन पर राजीनामा करने का दबाव बना रहे थे. इसलिए उनकी मां ने दबाव में आकर यह घातक उठा लिया. जिसके चलते उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां अब वह खतरे से बाहर हैं.”