प्रयागराज, 6 जनवरी: संगम नगरी प्रयागराज में पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुक्रवार से महीने भर तक चलने वाला माघ मेला (Magh Mela 2023) शुरू हो गया. सर्व सिद्धि योग में सुबह चार बजे से लोगों ने संगम में स्नान करना शुरू कर दिया और शाम पांच बजे तक करीब 5.10 लाख लोगों ने गंगा-यमुना के पवित्र संगम में डुबकी लगाई. Ganga Sagar Mela 2023: 8 जनवरी से शुरू हो रहा है गंगासागर मेला? जानें इसका इतिहास और महात्म्य!
माघ मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, माघ मेले में बनाए गए 14 स्नान घाटों पर सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं का स्नान शुरू हो गया और शाम पांच बजे तक लगभग 5.10 लाख लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई.
माघ मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं के सुगम स्नान के लिए इस वर्ष 14 घाट बनाए गए हैं जिनकी कुल लंबाई 6,000 फुट से अधिक है. भीड़ प्रबंधन के लिए आईसीसीसी में लगे स्क्रीन के पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है. सभी नाविकों को ‘जीवनरक्षक जैकेट’ दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में सुगम आवागमन के लिए गंगा नदी पर पांच पंटून पुल बनाए गए हैं और प्रथम स्नान पर्व पर आधी रात से ही मेला क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि पौष पूर्णिमा के साथ यहां महीने भर चलने वाला कल्पवास शुरू हो गया.
अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं को ठंड के प्रकोप से बचाने के लिए पूरे मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था कराई गई और पूरी स्नान अवधि में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
माघ मेले का अगला स्नान पर्व 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर पड़ेगा. इसके बाद 21 जनवरी को मौनी अमावस्या, 26 जनवरी को बसंत पंचमी, पांच फरवरी को माघी पूर्णिमा और 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ माघ मेला संपन्न होगा.
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