केरल में भारी बारिश से 22 लोगों की मौत, 22 हजार लोगों को किया गया रेस्क्यू - 9 जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी

मौसम विभाग (India Meteorological Dept) ने कहा है कि राज्य में 48 घंटों तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है. मौसम विभाग ने एर्नाकुलम (Ernakulam), इडुक्की ( Idukki), त्रिशूर (Thrissur), पलक्कड़ (Palakkad), मलप्पुरम (Malappuram), कोझीकोड (Kozhikode), वायनाड (Wayanad), कन्नूर (Kannur) और कासरगोड जिलों (Kasargod Districts) के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. लोगों के बचाव के लिए बने 315 रिलीफ कैंप में तकरीबन 22 हजार लोगों को सुरक्षित लाया गया है.

बाढ़ के बाद का नजारा ( फोटो क्रेडिट- IANS )

केरल (Kerala) में एक बार फिर से बारिश कहर बरपा रही है. लगातार हो रही भारी बारिश से पिछले दो दिनों में 23 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य भर में अब तक 22,000 से अधिक लोगों को 315 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है. 14 जिलों के सभी स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को शुक्रवार को विनाशकारी बारिश और बाढ़ (Flooded) को ध्यान में रखते हुए बंद कर दिया गया था.

वहीं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की एक दर्जन टीमें पहले से ही बचाव कार्य में लगी हैं. बारिश के कारण रेलवे ने 12 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, वहीं कई ट्रेनों को डाईवर्ट कर दिया गया है और वहीं कोच्ची हवाई अड्डा को भी रविवार तक बंद रखा गया है.

यह भी पढ़ें:- मध्यप्रदेश: भोपाल सहित कई शहरों में बरसात, मौसम विभाग ने 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी की जारी

मौसम विभाग (India Meteorological Dept) ने कहा है कि राज्य में 48 घंटों तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है. मौसम विभाग ने एर्नाकुलम (Ernakulam), इडुक्की ( Idukki), त्रिशूर (Thrissur), पलक्कड़ (Palakkad), मलप्पुरम (Malappuram), कोझीकोड (Kozhikode), वायनाड (Wayanad), कन्नूर (Kannur) और कासरगोड जिलों (Kasargod Districts) के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. लोगों के बचाव के लिए बने 315 रिलीफ कैंप में तकरीबन 22 हजार लोगों को सुरक्षित लाया गया है.

बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्वाचन क्षेत्र वायनाड में 260 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. वहीं जिले के मेप्पादी में बड़ा भूस्खलन होने से वहां 2000 लोग फंस गए हैं. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राहत और बचाव कार्यों में भारतीय सेना की मदद मांगी है. प्रभावित लोगों की चिकित्सा का ध्यान रख रहे राज्य सरकार के एक चिकित्सीय पेशेवर ने मीडिया को बताया कि, भले ही किसी को कोई गंभीर बीमारी न हो, लेकिन ये सभी मानसिक सदमे की स्थिति में हैं.

Share Now

\