भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि मानसून के शनिवार तक केरल के शेष हिस्सों, लक्षद्वीप, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, पुडुचेरी, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक पहुंचने की संभावना है. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, आईएमडी ने कहा कि आज और कल में दक्षिण पश्चिम मानसून के दक्षिण अरब सागर के शेष हिस्सों और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, केरल के शेष हिस्सों, लक्षद्वीप, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, पुडुचेरी, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ने की संभावना है. Weather Updates: मानसून को लेकर IMD ने बताई बड़ी बात, उत्तर-दक्षिण में सामान्य और मध्य भारत में सामान्य से अधिक हो सकती है बारिश.
बता दें कि दो दिनों की देरी के बाद, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (Southwest Monsoon) ने गुरुवार को केरल में दस्तक दी, जिससे देश में चार महीने की बारिश का मौसम शुरू हो गया. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, "दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल के दक्षिणी हिस्सों में दस्तक दे दी है."
केरल में मानसून की दस्तक के साथ ही कुछ हिस्सों में तेज बारिश हुई. इस बीच आईएमडी ने आठ जिलों - पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया. इन जिलों में भारी बारिश की संभवना है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बारिश 1 जून के अपने सामान्य कार्यक्रम की तुलना में दो दिन बाद आई. पिछले छह वर्षों में यह तीसरी बार है जब मानसून देरी से आया है. इससे पहले 2016 और 2019 में, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 8 जून को केरल में दस्तक दी.
इन राज्यों में बारिश के आसार
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने के चलते अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश के आसार बन रहे हैं. अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार से रविवार तक अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है.
इसके अलावा शुक्रवार से सोमवार तक असम और मेघालय में और शनिवार और रविवार को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश की संभावना है. इसके अलावा उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में गरज के साथ छिटपुट बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है.