फतेहपुर में बंदरों ने पेड़ से गिराया सुतली बम, 3 ग्रामीण जख्मी
चलते फिरते लोगो पर बंदरों का हमला एक आम बात सी है लेकिन क्या आपने कभी सोचा था की कोई बंदर किसी इंसान पर बम भी फेक सकता है. जी हां कुछ ऐसा ही वाकिया उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के एक गांव में हुआ है.
लखनऊ: चलते फिरते लोगो पर बंदरों का हमला एक आम बात सी है लेकिन क्या आपने कभी सोचा था की कोई बंदर किसी इंसान पर बम भी फेक सकता है. जी हां कुछ ऐसा ही वाकिया उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के एक गांव में हुआ है. जहां बंदरों द्वारा मनु का पुरवा गांव में पेड़ से सुतली बम गिराने से तीन लोग जख्मी हो गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना गुरुवार की है. गांव में पेड़ पर बैठे बंदरों ने सुतली बम से भरी पॉलिथीन बैग जमीन पर गिराई जिससे धमाका हो गया. इस धमाके में एक बच्चा समेत तीनों व्यक्ति घायल हो गए. जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक यह धमाका गुलाब गुप्ता (60) और उनके पांच साल के पोते सम्राट के पास ही हुआ जिससे दोनों घायल हो गए. पुलिस के मुताबिक घटनास्थल पर दादा और पोता स्कूल बस का इंतजार कर रहे थे. सम्राट की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है. वहीं इस धमाके की चपेट में एक राहगीर भी आ गया और जख्मी हो गया. लेकिन गलीमत की बात यह है कि सभी घायल खतरे से बाहर है.
छानबीन के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट को भी बुलाया गया जिन्होंने घटनास्थल का मुआयना कर धमाकें के सैंपल लिए है. प्राथमिकी तौर पर पुलिस का मामना है कि बंदरों ने किसी कूड़ेदान से सुतली बमों का यह बैग उठाया होगा और खेल-खेल में नीचे गिर गया.
स्थानीय एसएचओ सुरेश चंद्र ओम्हरे ने कहा कि 'यह सुतली बम संभवत: बंदरों ने कूड़ेदान से उठाया होगा और घर की छत पर इससे खेल रहे होंगे, तभी अचानक यह नीचे गिर गया और हादसा हो गया.' वहीँ इस धमाके के बाद से इलाके में के लोग सहम गए है.
बता दें कि सुतली बम की मारक क्षमता ज्यादा नहीं होती है. इसे दीवार बम भी कहा जाता है. यह दीवार से जमीन पर जोर से पटकने पर भी फट जाता है.