कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार, 25 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ अपनी मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया. दोनों नेताओं ने पुलवामा हमले और जम्मू-कश्मीर की स्थिति, मणिपुर हिंसा और अदानी सहित विभिन्न विषयों पर बात की. 28 मिनट की इस बातचीत के दौरान सत्यपाल मलिक ने कहा, ''चुनाव में सिर्फ 6 महीने रह गए हैं. मैं लिखकर दे रहा हूं कि ये (मोदी सरकार) अब नहीं आएगी.'' सत्यपाल मलिक ने कहा, मेरी राय है कि वहां (जम्मू कश्मीर) के लोगों को जबरदस्ती या फोर्स से ठीक नहीं कर सकते. वहां के लोगों को जीतकर आप कुछ भी कर सकते हैं. मैंने उन लोगों को विश्वास में लिया. पाकिस्तान ने UN में गाजा से की कश्मीर की तुलना, भारत ने अपने जवाब से कर दी बोलती बंद.
राहुल गांधी ने इस बेबाक बातचीत को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, 'क्या इस बातचीत से ईडी-सीबीआई के बीच हलचल मच जाएगी?' सत्यपाल मलिक ने पुलवामा के अलावा अडानी मुद्दे पर भी राहुल गांधी से बात की. उन्होंने कांग्रेस नेता से कहा कि सरकार एमएसपी पर अपना वादा निभाने में विफल रही क्योंकि अडानी ने गोदाम बनाए और औने-पौने दाम पर फसलें खरीदीं.
यहां देखें राहुल गांधी और सत्यपाल मलिक की बातचीत
कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल हो
सत्यपाल मलिक ने कहा, मुझे लगता है कि उनके राज्य के दर्जे को वापस करना चाहिए. इन्होंने आर्टिकल 370 वापस लेकर केंद्र शासित राज्य बनाया. इन्हें डर था कि कहीं राज्य की पुलिस विद्रोह न कर दे. लेकिन जम्मू कश्मीर की पुलिस ने हमेशा केंद्र सरकार का साथ दिया. अमित शाह का वादा है कि वे राज्य का दर्जा वापस करेंगे. इसलिए इन्हें जल्द से जल्द जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस करना चाहिए और वहां चुनाव कराने चाहिए.
पुलवामा हमले का जिम्मेदार कौन?
राहुल गांधी ने सत्यपाल मलिक से जब पुलवामा हमले को लेकर सवाल पूछा तो सत्यपाल मलिक ने कहा, पुलवामा हमले को लेकर मैं ये तो नहीं कहूंगा कि इन्होंने कराया, लेकिन मैं ये जरूर कहूंगा कि इन्होंने उसे इग्नोर किया और उसका राजनीतिक इस्तेमाल किया. इनके बयान हैं कि जब वोट देने जाओ, तो पुलवामा की शहादत याद रखना. इस दौरान राहुल गांधी ने बताया कि जब एयरपोर्ट पर शहीदों के पार्थिव शरीर लाए गए, तो मुझे कमरे में बंद कर दिया गया था. मैं लड़कर वहां से निकला.
सत्यपाल मलिक ने कहा, ये इनपुट था कि अटैक हो सकता है. जो गाड़ी टकराई थी, वह विस्फोटक से भरी हुई 10 दिन से वहां में घूम रही थी. मलिक ने कहा, पीएम को श्रीनगर जाना चाहिए था. राजनाथ सिंह वहां आए थे. मैं वहां था. हमने श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, जिस दिन ये हुआ, ये (पीएम मोदी) नेशनल कार्बेट में शूटिंग कर रहे थे. तो मैंने इनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हुई. 5-6 बजे उनका कॉल आया, क्या हुआ? मैंने घटना के बारे में बताया. मैंने कहा, हमारी गलती से इतने लोग मर गए हैं. इस पर उन्होंने (पीएम मोदी) ने मुझसे कहा कि आपको कुछ नहीं बोलना है. इसके बाद मेरे पास डोभाल का फोन आया, उन्होंने कहा, आपको कुछ नहीं बोलना है. मैंने कहा ठीक है...
सत्यपाल मलिक ने कहा, सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से 5 एयरक्राफ्ट मांगे थे. चार महीने तक आवेदन गृह मंत्रालय के पास रही. बाद में उन्होंने खारिज कर दिया. ये चार महीने तक लटकाए रहे. अगर मेरे पास आती, तो मैं कुछ करता.