Congress On Modi Government: मोदी सरकार ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बनाया बीमार- कांंग्रेस
कांग्रेस ने रविवार को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) पर हालिया सीएजी रिपोर्ट सहित स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर भाजपा सरकार की आलोचना की और कहा देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को "बीमार" बना दिया गया है
नई दिल्ली, 13 अगस्त: कांग्रेस ने रविवार को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) पर हालिया सीएजी रिपोर्ट सहित स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर भाजपा सरकार की आलोचना की और कहा देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को "बीमार" बना दिया गया है. यह भी पढ़े: Kharge vs Modi: पीएम नरेंद्र मोदी कोई भगवान नहीं है...' राज्यसभा में बोले मल्लिकार्जुन खड़गे, देखें VIDEO
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा, "लूट और जुमलों (बयानबाजी) ने देश को अस्वस्थ बना दिया मोदी जी के हर शब्द में केवल झूठ है उन्होंने कई एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) बनाने का दावा किया, लेकिन सच्चाई यह है कि एम्स को डॉक्टरों और कर्मचारियों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है.
खड़गे ने कहा, "मोदी जी, कोरोना महामारी में उदासीनता से लेकर आयुष्मान भारत में घोटाले तक, आपकी सरकार ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बीमार बना दिया है कांग्रेस प्रमुख ने 2024 के लोकसभा चुनावों के स्पष्ट संदर्भ में कहा, "लोग जाग गए हैं आपके धोखे को पहचान लिया गया है आपकी सरकार की विदाई का समय आ गया है.
इसी तरह की भावना व्यक्त करते हुए, कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं स्वयं 'बीमार' हैं सुरजेवाला ने एक्स पर लिखा, "मोदी सरकार का मतलब खोखला प्रचार है स्वास्थ्य सुविधाएं बीमार हैं एम्स में डॉक्टरों, कर्मचारियों की कमी है आयुष्मान योजना में भ्रष्टाचार है.
उन्होंने कहा, "एम्स में डॉक्टर के 2,161 पद और स्टाफ के 20,269 पद खाली हैं एम्स दिल्ली में डॉक्टरों के 347 पद और स्टाफ के 2,431 पद खाली हैं "मोदी सरकार की अक्षमता के कारण लोगों को कोरोना महामारी के दौरान अपने प्रियजनों को खोकर भुगतान करना पड़ा.
अब भी, भाजपा की लूट, भ्रष्टाचार और नकारात्मकता के कारण लोगों का स्वास्थ्य और जीवन खतरे में है बता दें कि सीएजी की एक रिपोर्ट. जो इस सप्ताह की शुरुआत में संसद में प्रस्तुत किया गया था, उसमें एबी-पीएमजेएवाई के कार्यान्वयन में अनियमितताओं को उजागर किया गया है.