VIDEO: औरंगजेब पर अबू आजमी के बयान पर शरद गुट के विधायक रोहित पवार भड़के, कहा, 'क्या BJP को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा बयान दिया'; देखना होगा
मीडिया से बातचीत में रोहित पवार ने कहा कि अबू आजमी अगर औरंगजेब के बारे में तारीफ करें वाली किताबें पढ़ते हैं, तो वे क्या कर सकते हैं. वहीं, अबू आजमी के बयान को लेकर रोहित पवार ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कह कि कि देखना होगा कि क्या यह बयान बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए दिया गया है.
Rohit Pawar On Abu Azmi Aurangzeb Statement: समाजवादी पार्टी (SP) के विधायक अबू आजमी द्वारा औरंगजेब पर दिया गया बयान वापस लेने के बाद भी महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन जारी है. शिंदे गुट की शिवसेना और बीजेपी के नेताओं की मांग है कि औरंगजेब की तारीफ करने के मामले में आजमी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. अबू आजमी के बयान को लेकर शरद गुट के विधायक रोहित पवार का भी बयान सामने आया है. उन्होंने भी आजमी के बयान का विरोध जाते हुए बीजेपी पर निशान साधा है.
मीडिया से बातचीत में रोहित पवार ने कहा कि अबू आजमी अगर औरंगजेब के बारे में तारीफ करें वाली किताबें पढ़ते हैं, तो वे क्या कर सकते हैं. वहीं, अबू आजमी के बयान को लेकर रोहित पवार ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कह कि कि देखना होगा कि क्या यह बयान बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए दिया गया है.
अबू आजमी के बयान पर रोहित पवार भड़के
रोहित पवार बोले, "इनके खिलाफ भी हो कार्रवाई"
रोहित पवार ने कहा कि प्रशांत कोरटकर और राहुल सोलापुरकर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, सम्राट संभाजी राजे और बाबासाहेब अंबेडकर के खिलाफ बयान दिए थे। बावजूद इसके सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. तो फिर उनके पास फिल्म देखने का क्या अधिकार है? मैं उन्हें यह आग्रह करता हूं कि जब तक आप प्रशांत कोरटकर और राहुल सोलापुरकर को गिरफ्तार नहीं करते, तब तक वे फिल्म न देखें.
मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया: आजमी
दरअसल बवाल बढ़ने के बाद सपा नेता अबू आजमी ने मंगलवार को मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर की अपनी टिप्पणी पर सफाई दी. उनका कहना है कि इतिहासकारों ने औरंगजेब के बारे में जो लिखा मैंने वही कहा, मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया जा रहा हैं. सपा नेता ने कहा कि मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों ने औरंगजेब रहमतुल्लाह अलैह के बारे में लिखा है. मैं तो उस वक्त नहीं था. मैं नहीं जानता सच्चाई क्या है? लेकिन मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे कि मैं महापुरुषों के खिलाफ हूं। मैं महापुरुषों के खिलाफ कैसे हो सकता हूं.