बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश लेकर मंत्री रेखा आर्य ने उठाई कांवड़

कांवड़ यात्रा के समापन के अवसर पर शिवरात्रि के दिन हर की पैड़ी हरिद्वार से एक अद्भुत कांवड़ यात्रा शुरू हुई. यह यात्रा किसी और ने नहीं, बल्कि उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने की.

कावड़ यात्रा (Photo Credit : Twitter)

हरिद्वार, 26 जुलाई : कांवड़ यात्रा के समापन के अवसर पर शिवरात्रि के दिन हर की पैड़ी हरिद्वार से एक अद्भुत कांवड़ यात्रा शुरू हुई. यह यात्रा किसी और ने नहीं, बल्कि उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने की. इस यात्रा का उद्देश्य शिव की पूजा के साथ-साथ शक्ति की पूजा करना भी था और इसी उद्देश्य को देखते हुए उन्होंने सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान महिला सशक्तिकरण के लिए कांवड़ यात्रा करने का बीड़ा उठाया. मंगलवार सुबह कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंची, जहां उन्होंने विधान के साथ गंगा जी की पूजा अर्चना की और भगवान शिव का अभिषेक किया.

उन्होंने हर की पैड़ी की प्रबंध कारिणी सभा और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरि महाराज के साथ गंगा तट पर कांवड़ यात्रा का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उनके साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. महंत रवींद्र पुरी महाराज ने उन्हें कांवड़ यात्रा की सफलता के लिए आशीर्वाद दिया और उनके महिला सशक्तिकरण के इस कार्य के लिए उनकी सराहना की. यह भी पढ़ें : सोनिया गांधी से ED की पूछताछ के बीच हिरासत में लिये गए राहुल गांधी, कांग्रेस का विरोध-प्रदर्शन जारी

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने कहा कि कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का बेटियों को बचाने के लिए जो कांवड़ यात्रा शुरू की गई है वह अनोखी है और गंगा माई उनकी इस यात्रा को सफल करेगी. सावन के महीने में उन्होंने भ्रूण हत्या रोकने के लिए जो कांवड़ यात्रा शुरू की है, वह सफल होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान के तहत उन्होंने कांवड़ यात्रा शुरू की है. यह कांवड़ यात्रा ऋषिकेश के पौराणिक वीरभद्र महादेव मंदिर में समाप्त होगी.

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि उनकी यात्रा साधु संतों के आशीर्वाद से पूरी तरह सफल होगी. उनकी यात्रा का उद्देश्य महिलाओं के लिंगानुपात को उत्तराखंड में समान रूप से लागू करना और बेटियों को बचाना बेटियों को पढ़ाना और बेटियों को महिला सशक्तिकरण के रूप में आत्मनिर्भर बनाना है. उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा हर की पैड़ी से शुरू होकर ऋषिकेश के पौराणिक वीरभद्र महादेव मंदिर में समाप्त होगी.

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