Chinese Phone Alert: चीनी मोबाइल से है जासूसी का खतरा, खुफिया एजेंसियों ने सैनिकों और उनके परिवार को किया अलर्ट
वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच सैन्य खुफिया एजेंसियों ने भारतीय सैनिकों को चीनी मोबाइल फोन से खतरे को लेकर आगाह किया है.
नई दिल्ली: वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच सैन्य खुफिया एजेंसियों ने भारतीय सैनिकों को चीनी मोबाइल फोन से खतरे को लेकर आगाह किया है. खुफिया एजेंसियों ने भारतीय सैनिकों के चीनी मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करने की सलाह जारी की है. COVID 19: चीन ने दुनिया में फैलाया कोरोना? अमेरिकी रिपोर्ट के सिद्धांत को चीन ने किया खारिज.
CNN News 18 ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने को बताया कि सैनिकों को सावधानी बरतने और अन्य फोन पर स्विच करने का अनुरोध किया गया है. एजेंसियों ने एडवाइजरी में बताया है कि चीनी मोबाइल फोन के इस्तेमाल से देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
एडवाइजरी में कहा गया है कि खुफिया एजेंसियों ने न सिर्फ सैनिकों को बल्कि उनके परिवार वालों को भी चीनी फोन इस्तेमाल न करने की सलाह दी है. सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने ये एडवाइजरी इसलिए जारी की है क्योंकि ऐसे मामले सामने आए हैं जहां चीनी मोबाइल फोन में मैलवेयर और स्पाइवेयर मिले हैं. जिन मोबाइल से इस तरह का खतरा हो सकता है उनमें भारतीय बाजार में प्रसिद्ध ब्रांडों में OnePlus, OPPO और Xiaomi शामिल हैं.
खुफिया एजेंसियों ने एडवाइजरी के साथ कुछ चाइनीज मोबाइल की लिस्ट भी जारी की है, जिससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है. इस लिस्ट में वीवो, ओप्पो, शाओमी, वन प्लस, ऑनर, रियल मी, जेडटीई, जीयोनी, आसूस, इन्फिनिक्स शामिल हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, "यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की सलाह जवानों को दी गई है, लेकिन इसे अभी तक प्रसारित नहीं किया गया है. अधिकारी ने कहा कि हर कोई चीन की मंशा और उस मूल के मोबाइल फोन का उपयोग करने में शामिल जोखिम को जानता है.''
इससे पहले भी खुफिया एजेंसियां चीनी मोबाइल फोन और एप्लिकेशन को लेकर सतर्क रही हैं. सेनाओं ने अपने डिवाइस में चीनी मोबाइल फोन और एप्लिकेशन का उपयोग भी बंद कर दिया है.