केंद्र पर बरसीं महबूबा मुफ्ती, कहा- वे न तो रोजगार दे सकते हैं और न ही महंगाई कम कर सकते हैं
महबूबा मुफ्ती ने कहा, वे न तो रोजगार दे सकते हैं और न ही महंगाई के बारे में कुछ कर सकते हैं. बिजली-पानी का संकट है. इसलिए सबसे आसान काम है हिंदू-मुसलमानों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करना, लाउडस्पीकर, हिजाब और हलाल की बात करना. अगर ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में हमारे हालात खराब होंगे.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbboba Mufti) ने कई मुद्दों को लेकर केंद्र पर निशाना साधा. मुफ्ती ने बीजेपी पर धर्म के आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'अचानक से लाउडस्पीकर का मामला आया, इससे पहले हिजाब का मामला आया था, आगे हलाल का मामला आएगा तो ये सब समाज को बांटने की साजिश लग रही है. नौकरी, बेरोज़गारी, बिजली का कुछ नहीं कर रहे हैं इसलिए हिंदू-मुस्लिम का खेल खेल रहे हैं. प्रधानमंत्री ‘जुमलों और ध्यान भटकाने’ की बजाय पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क कम करें: कांग्रेस.
महबूबा मुफ्ती ने कहा, वे न तो रोजगार दे सकते हैं और न ही महंगाई के बारे में कुछ कर सकते हैं. बिजली-पानी का संकट है. इसलिए सबसे आसान काम है हिंदू-मुसलमानों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करना, लाउडस्पीकर, हिजाब और हलाल की बात करना. अगर ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में हमारे हालात खराब होंगे.
केंद्र पर निशाना
महबूबा मुफ्ती ने कहा, उस समय धर्म का दुरूपयोग करके हमारा पड़ोसी देश तबाह हो गया था. आज तक, वे इसका खामियाजा भुगत रहे हैं. उन्होंने धर्म के नाम पर लोगों को बंदूकें दीं. हमारे देश में भी यही हो रहा है. धर्म के नाम पर लोगों को बुलडोजर और तलवारें दी जा रही हैं.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष नींव पर आधारित है. धर्मनिरपेक्षता हमारे डीएनए में है. बीजेपी धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को तोड़ने की कोशिश कर रही है लेकिन डीएनए तो होने ही वाला है. जहां तक मस्जिदों में लाउडस्पीकर बंद करने का सवाल है, यह उनके एजेंडे का हिस्सा है.