Vaishno Devi Yatra Suspended: भारी भीड़ की वजह से रोकी गई माता वैष्णो देवी की यात्रा, 2 घंटे पहले बंद हुआ टिकट काउंटर

जम्मू और कश्मीर: कटरा बेस कैंप, रियासी जिले से श्री माता वैष्णो देवी गुफा धाम की यात्रा सोमवार (सुबह 5 बजे) तक स्थगित कर दी गई है. यात्रियों की अभूतपूर्व भीड़ के कारण यह फैसला लिया गया. तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के कारण टिकट काउंटर को निर्धारित समापन समय से लगभग दो घंटे पहले बंद करना पड़ा.

कटरा बेस कैंप का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें भक्तों की भीड़ देखी जा सकती है. वे सुबह का इंतजार कर रहे हैं, ताकि यात्रा एक बार फिर शुरू हो और वो माता माता वैष्णो के दर्शन कर सकें.

 

वैष्णो देवी यात्रा

वैष्णो देवी यात्रा, जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित त्रिकुटा पर्वत पर स्थित माता वैष्णो देवी के मंदिर की यात्रा है. यह भारत की सबसे लोकप्रिय तीर्थ यात्राओं में से एक है, और हर साल लाखों भक्त माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यहां आते हैं.

यात्रा का मार्ग

यात्रा कटरा से शुरू होती है, जो जम्मू से लगभग 50 किलोमीटर दूर है. कटरा से, यात्री 13.5 किलोमीटर की चढ़ाई करते हैं जो उन्हें भवन तक ले जाती है, जो माता वैष्णो देवी का मंदिर है.

यात्रा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:

यात्रा का समय: यात्रा साल भर खुली रहती है, लेकिन मार्च से अक्टूबर तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है. मौसम खराब होने पर या आपात स्थिती में यात्रा रोकी भी जा सकती है.

पंजीकरण: यात्रा शुरू करने से पहले, आपको कटरा में पंजीकरण कराना होगा. पंजीकरण मुफ्त है और इसे ऑनलाइन या कटरा में पंजीकरण केंद्रों पर किया जा सकता है.

आवास: कटरा में यात्रा शुरू करने से पहले रुकने के लिए कई होटल और धर्मशालाएं हैं. यात्रा के दौरान, आप रास्ते में कई आश्रमों और भवनों में रुक सकते हैं.

भोजन: कटरा और यात्रा के दौरान रास्ते में कई भोजनालय और रेस्तरां हैं. आप अपना भोजन भी पैक कर सकते हैं.

स्वास्थ्य:  यात्रा शुरू करने से पहले, आपको अपनी स्वास्थ्य स्थिति की जांच करानी चाहिए. यात्रा काफी कठिन है, इसलिए आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए.

सुरक्षा: यात्रा सुरक्षित है, लेकिन आपको अपनी चीजों का ध्यान रखना चाहिए. यात्रा के दौरान आपातकालीन संपर्कों को अपने साथ रखें.

यात्रा का महत्व

वैष्णो देवी यात्रा का हिंदुओं के लिए बहुत महत्व है. माता वैष्णो देवी को शक्ति की देवी माना जाता है, और भक्त उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहां आते हैं. यात्रा को आत्म-शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का साधन भी माना जाता है.