Mann ki Baat: ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार के नए अवसरों से युवाओं का कराया परिचय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में युवाओं को क्रिएटिविटी के क्षेत्र में बढ़ रहे रोजगार से रूबरू करवाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बदलते हुए इस समय में कार्य की प्रकृति बदल रही हैं और नए-नए सेक्टर का उभार हो रहा है.
नई दिल्ली, 29 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में युवाओं को क्रिएटिविटी के क्षेत्र में बढ़ रहे रोजगार से रूबरू करवाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बदलते हुए इस समय में कार्य की प्रकृति बदल रही हैं और नए-नए सेक्टर का उभार हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि गेमिंग, एनिमेशन, रील मेकिंग, फिल्म मेकिंग या पोस्ट मेकिंग में किसी स्किल में आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं तो आपके टैलेंट को बहुत बड़ा मंच मिल सकता है, अगर आप किसी बैंड से जुड़े हैं या फिर कम्युनिटी रेडियो के लिए काम करते हैं, तो भी आपके लिए बहुत बड़ा अवसर है. आपके टैलेंट और क्रिएटिविटी को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने “क्रिएट इन इंडिया’ इस थीम के तहत 25 चैलेंज शुरू किए हैं. ये चैलेंज आपको जरूर दिलचस्प लगेंगे. यह भी पढ़ें : Mann ki Baat: प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में मातृ भाषा और पर्यावरण संरक्षण पर दिया जोर
पीएम मोदी ने आगे कहा, "कुछ चैलेंज तो म्यूजिक, एजुकेशन यहां तक कि एंटी पायरेसी पर भी केंद्रित हैं. इस आयोजन में कई सारे व्यावसायिक संगठन भी शामिल हैं, जो इन चैलेंज को अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं. देश-भर के क्रिएटर से मेरा विशेष आग्रह है कि वे इसमें जरूर हिस्सा लें और अपनी क्रिएटिविटी को सामने लाएं."
पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया के 10 साल पूरे होने के अवसर भी बात की. उन्होंने कहा, इस अभियान की सफलता में, "देश के बड़े उद्योगों से लेकर छोटे दुकानदारों तक का योगदान शामिल है. मुझे ये देखकर बहुत खुशी मिलती है, कि गरीब, मध्यम वर्ग और एमएसएमई को इस अभियान से बहुत फायदा मिल रहा है. इस अभियान ने हर वर्ग के लोगों को अपना टैलेंट सामने लाने का अवसर दिया है. आज, भारत उत्पादन का पावर हाउस बना है और देश की युवा-शक्ति की वजह से दुनिया-भर की नजरें हम पर हैं. ऑटोमोबाइल हो, टेक्सटाइल हो, एविएशन हो, इलेक्ट्रॉनिक्स हो, या फिर डिफेंस. हर सेक्टर में देश का एक्सपोर्ट लगातार बढ़ रहा है. देश में एफडीआई का लगातार बढ़ना भी हमारे ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता की गाथा कह रहा है."
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अब हम मुख्य रूप से दो चीजों पर फोकस कर रहे हैं. पहली है ‘क्वालिटी’ यानी, हमारे देश में बनी चीजें ग्लोबल स्टैंडर्ड की हों. दूसरी है ‘वोकल फॉर लोकल’ यानी, स्थानीय चीजों को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा मिले. ‘मन की बात’ में हमने 'माइ प्रोडक्ट माइ प्राइड' की भी चर्चा की है.
पीएम ने बताया कि लोकल प्रोडक्ट को बढ़ावा देने से देश के लोगों को फायदा होता है. इसके लिए उन्होंने महाराष्ट्र के भंडारा जिले में टेक्सटाइल उद्योग का उदाहरण दिया. इनमें महिलाओं की बहुत बड़ी भागीदारी है. यह सिल्क तेजी से लोकप्रिय हो रही है और स्थानीय समुदायों को सशक्त बना रही है.
पीएम मोदी ने लोगों से मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने की अपील की. उन्होंने कहा, आप लोग कुछ भी खरीदेंगे, वो,‘मेड इन इंडिया’, ही होना चाहिए, कुछ भी गिफ्ट देंगे, वो भी,‘ मेड इन इंडिया’ ही होना चाहिए. सिर्फ मिट्टी के दीये खरीदना ही ‘वोकल फॉर लोकल’ नहीं है. आपको, अपने क्षेत्र में बने स्थानीय उत्पादों को ज्यादा-से-ज्यादा प्रमोट करना चाहिए. ऐसा कोई भी प्रोडक्ट, जिसे बनाने में भारत के किसी कारीगर का पसीना लगा है, जो भारत की मिट्टी में बना है, वो हमारा गर्व है. हमें इसी गौरव पर हमेशा चार चांद लगाने हैं. पीएम मोदी ने आने वाले त्योहारों के सीजन के अवसर पर देशवासियों को बधाई भी दी.