इंफाल: मणिपुर में हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार सुबह भी हथियारबंद उपद्रवियों ने फायरिंग की, जिसमें सेना के दो जवान जख्मी हो गए हैं. भारतीय सेना के स्पीयर कोर ने कहा कि गुरुवार सुबह इंफाल पश्चिम जिले के एन बोलजांग में हथियारबंद बदमाशों द्वारा अकारण की गई गोलीबारी में दो सैनिक घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं और उनकी हालत स्थिर है. मणिपुर सरकार का फैसला, हिंसा के चलते प्रदेश में 30 जून तक बंद रहेंगे सभी स्कूल.
एक ट्वीट में, स्पीयर कॉर्प्स ने कहा, "इंफाल पश्चिम में अकारण गोलीबारी. सशस्त्र बदमाशों ने 22 जून की सुबह इंफाल पश्चिम जिले के एन बोलजांग में अकारण गोलीबारी की. किसी भी अतिरिक्त क्षति से बचने के लिए अपने सैनिकों द्वारा तुरंत प्रतिक्रिया दी. इस दौरान दो सैनिक घायल हो गए. दोनों को मामूली चोटें आई हैं और दोनों स्थिर हैं." इसके अलावा, प्रारंभिक तलाशी के दौरान एक इंसास लाइट मशीन गन भी बरामद की गई है.
इससे पहले, 18-19 जून की मध्यरात्रि के दौरान कांटो सबल से चिंगमांग गांव की ओर हथियारबंद बदमाशों द्वारा अकारण गोलीबारी के बाद भारतीय सेना का एक जवान घायल हो गया था. मणिपुर में अभी भी आगजनी जैसी घटनाएं हो रही हैं, इसलिए राज्य सरकार ने शांति में और अशांति को रोकने के प्रयास में मंगलवार को इंटरनेट पर प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से पांच दिन और 25 जून तक बढ़ा दिया.
गृह मंत्री ने 24 जून को बुलाई बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए 24 जून को नयी दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है. गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी. बता दें कि अमित शाह ने भी पिछले महीने चार दिनों के लिए मणिपुर का दौरा किया था और राज्य में शांति कायम करने के अपने प्रयासों के तहत विभिन्न वर्ग के लोगों से मुलाकात की थी.
हिंसा में अब तक 120 लोगों की मौत
मेइती समुदाय की ओर से अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिये जाने की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद मणिपुर में हिंसक झड़पें हुईं हैं. हिंसा में अब तक करीब 120 लोगों की जान गई है और 3,000 से अधिक घायल हुए हैं.