इंफाल: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आज से दो दिन मणिपुर (Manipur) के दौरे पर रहेंगे. राहुल गांधी 29 और 30 जून को मणिपुर में रहेंगे. वहां वे राहत शिविरों का दौरा करेंगे और पीड़ितों का हाल जानेंगे. इसके अलावा, राहुल मणिपुर की राजधानी इंफाल और चुराचांदपुर में सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे. यह मणिपुर में तीन मई को शुरू हुई हिंसा के बाद से कांग्रेस नेता का पूर्वोत्तर के इस राज्य का पहला दौरा है. इंफाल ईस्ट के इथम में गतिरोध समाप्त, सेना जब्त किए गए हथियारों के साथ रवाना.
इंफाल पहुंचने के बाद राहुल गांधी चूड़ाचांदपुर जाएंगे जहां वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे. इसके बाद वह विष्णुपुर जिले में मोइरांग जाएंगे और विस्थापित लोगों से बातचीत करेंगे. इससे पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया और राहुल गांधी की यात्रा के बारे में जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया, "राहुल गांधी 29 से 30 जून को मणिपुर दौरे पर रहेंगे. मणिपुर लगभग दो महीने से जल रहा है और वहां शांति की जरूरत है ताकि समाज संघर्ष से शांति की ओर लौट सके. यह एक मानवीय त्रासदी है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम नफरत नहीं बल्कि प्यार बढ़ाएं."
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#WATCH | Congress leader Rahul Gandhi leaves for Manipur from Delhi airport.
Rahul will be in Manipur on June 29 and 30 during which he will visit relief camps and interact with civil society representatives in Imphal and Churachandpur. pic.twitter.com/9o8Ipw6djz
— ANI (@ANI) June 29, 2023
राहत शिविरों में 50,000 से अधिक लोग
राहुल गांधी शुक्रवार को इंफाल में राहत शिविरों का दौरा करेंगे और बाद में नागरिक समाज के कुछ संगठनों से बातचीत करेंगे.’’ मणिपुर में इस साल मई में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से 300 से अधिक राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे हैं.
राज्य में मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अभी तक 120 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद मणिपुर में हिंसक झड़पें हुई हैं.
मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है.
हिंसा को लेकर विपक्ष हमलावर
मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार प्रदेश की स्थिति को लेकर सवाल उठा रहा है. विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार और बीजेपी को निशाना बना रही हैं. विपक्ष ने मणिपुर संकट के दौरान पीएम मोदी की विदेश यात्रा पर भी सवाल उठाए.