Almora Accident: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में आज सुबह एक बड़ा सड़क हादसा हुआ है. यहां सल्ट क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक 42 सीटर बस गहरी खाई में गिर गई. इस दर्दनाक दुर्घटना में 10 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है, और कई यात्री घायल हुए हैं. घायलों में कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि बस नैनीडांडा क्षेत्र से रामनगर की ओर जा रही थी और उसमें 40 से अधिक यात्री सवार थे. यह हादसा अल्मोड़ा के मार्चुला क्षेत्र के पास हुआ, जहां संकरी सड़क पर बस का संतुलन बिगड़ने से वह खाई में जा गिरी.
दुर्घटना के बाद कुछ यात्रियों ने साहस दिखाते हुए तुरंत बाहर निकलकर अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी, जिससे मौके पर राहत कार्य जल्द शुरू हो सका. स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य में जुट गईं.
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में बड़ा हादसा, गहरी खाई में गिरी यात्रियों से भरी बस
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सल्ट क्षेत्र में बड़ा बस हादसा। अब तक पांच की मौत, बढ़ सकता है आंकड़ा। रेस्क्यू अभियान जोरों पर। रामनगर आ रही थी नैनीडांडा क्षेत्र से बस। 40 से अधिक यात्री सवार थे। pic.twitter.com/XENG2N00Zl
— काली कुमाऊं समेत, पहाड़ की आवाज (@Kishor_Joshi098) November 4, 2024
हादसे में 10 यात्रियों की मौत
उत्तराखंड: अल्मोड़ा में खाई में गिरी 40 यात्रियों से भरी बस, 10 लोगों की मौत
उत्तराखंड (Uttarakhand) के अल्मोड़ा में यात्रिओं से भरी बस के साथ हादसा हो गया है. मार्चुला इलाके के पास यात्रियों से भरी बस के खाई में गिरने की खबर मिली है. बताया जा रहा है कि बस में 35 से ज्यादा लोग… pic.twitter.com/a5MjotmJZJ
— AajTak (@aajtak) November 4, 2024
अल्मोड़ा के एसएसपी खुद मौके पर मौजूद हैं और बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं. साथ ही नैनीताल पुलिस भी सहायता के लिए पहुंच चुकी है. बचाव कार्यों में घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं. कुछ गंभीर रूप से घायल यात्रियों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि घायलों को जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके.
हादसे की भयावहता को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. प्रशासन ने इस मामले में स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की है, ताकि किसी भी तरह की बाधा के बिना बचाव कार्य जारी रह सके.