Gandhi Jayanti 2019: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर पीएम मोदी जाएंगे साबरमती आश्रम, आयोजित होंगे 2000 से अधिक प्लॉग रन
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को साबरमती आश्रम जाएंगे. यहां गांधी की याद में साल 2014 में 'स्वच्छ भारत' अभियान की शुरुआत करने वाले पीएम मोदी स्वच्छता के लिए आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
नई दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (Gandhi Jayanti 2019) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) बुधवार को साबरमती आश्रम (Sabarmati Ashram) जाएंगे. यहां गांधी की याद में साल 2014 में 'स्वच्छ भारत' अभियान की शुरुआत करने वाले पीएम मोदी स्वच्छता के लिए आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
साल 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में आई मोदी सरकार हर साल दो अक्टूबर बड़े धूमधाम से मनाती है. इसी क्रम में युवा मामले और खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरेन रिजिजू गांधी जयंती के अवसर पर फिट इंडिया प्लॉग रन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. प्लॉग रन एथलीटों, बॉलीवुड अभिनेताओं, स्कूल श्रृंखलाओं, कॉरपोरेट्स, नगर निगमों, औद्योगिक निकायों और व्यक्तियों को एक मंच पर लाया है.
1196 से अधिक केन्द्रीय विद्यालय संगठनों के छात्र, 581 दक्षिण दिल्ली नगर पालिका स्कूलों के छात्र दिल्ली के दक्षिणी भाग की सफाई करेंगे और 2500 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों के सदस्य दिल्ली-एनसीआर की सफाई करेंगे. कॉरपोरेट श्रृंखला जैसे कल्ट फिट, स्पोर्ट्स लीग जैसे अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग जैसे फिक्की, सीआईआई, पीएचडी चैम्बर्स और एसोचैम सहित वाणिज्य के सभी शीर्ष चैम्बर्स देश में प्लॉग में शामिल हो रहे.
नेहरू युवा केंद्र, एनएसएस केंद्र और सरकारी और निजी संस्थान भी पूरे देश में प्लॉग रन आयोजित कर रहे है, ताकि फिटनेस और स्वच्छता लोगों के जीवन का एक तरीका बन जाए.
पीएम मोदी ने 29 सितंबर को प्रसारित अपने मन की बात प्रसारण में संबोधन के दौरान प्लॉगिंग के माध्यम से प्रत्येक भारतीय नागरिक को फिटनेस और स्वच्छता को अपने जीवन में शामिल करने के लिए पूरे देश का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर खेल मंत्रालय फिट इंडिया प्लॉग रन का आयोजन कर रहा है. यह पहल 2 अक्टूबर से शुरू होगी और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम सभी इस दौड़ में 2 किलोमीटर की दूरी तय करें और साथ ही रास्ते में मिलने वाला कचरा भी उठाएं. इससे न केवल हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे, बल्कि धरती माता के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखेंगे.