Maharashtra Flood: महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन में 112 की मौत, 1.35 लाख लोगों को बचाया गया
महाराष्ट्र में पिछले तीन दिन से हो रही भारी बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन के चलते मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 112 पर पहुंच गई. महाराष्ट्र सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार मृतकों में सबसे अधिक रायगढ़ जिले के 52 लोग शामिल हैं.
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले तीन दिन से हो रही भारी बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन के चलते राज्य में हाहाकार मचा हुआ है. रायगढ़ समेत अलग-अलग इलाकों में युद्ध स्तर पर एनडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं. वहीं शनिवार को सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रायगढ़ समेत भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित इलाकों का हवाई और सड़क के रास्तों दौरा किया. अपने दौरे के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने ऐलान करते हुए कहा कि इस आपदा में अपना सब कुछ गंवाने वाले लोगों का हर संभव मदद की जाएगी. वहीं मुख्यमंत्री के दौरे के बाद शाम तक सरकार की तरफ से इस आपदा में बचाए गए लोगों के साथ ही मरने वाले लोगों की ताजा आंकडे जारी किये गए.
राहत एवं पुनर्वास विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 1 लाख 35 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. वहीं इस आपदा में अब तक 112 लोगों की मौत हुई हैं. 53 लोग घायल हैं और 99 लोग अभी लापता हैं. जबकि 3221 जानवरों की भी बाढ़ की वजह से मौत हुई हैं. यह भी पढ़े: Maharashtra Flood: महाराष्ट्र में बारिश ने मचाई तबाही, सीएम उद्धव ठाकरे ने किया रायगढ़ का दौरा
बाढ़ से बचाए गए लोगों में पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली जिले के 78,111 और कोल्हापुर जिले में 40,882 लोग शामिल है. पुलिस उप महानिरीक्षक (कोंकण) संजय मोहिते ने मीडिया के बातचीत में बताया कि रायगढ़ जिले के तलीये गांव में बृहस्पतिवार को हुए भूस्खलन स्थल से कम से कम 41 शव निकाले गए हैं जबकि कई लोग अभी भी लापता है.
महाराष्ट्र में आई इस तबाही के बाद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने घोषणा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को मुफ्त खाद्यान्न और मिट्टी का तेल मुहैया कराएगी. उन सभी लोगों को विशेष सहायता दी जाएगी, जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है और लगभग 89,000 लोग रायगढ़, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, सांगली, कोल्हापुर और सतारा के तबाह क्षेत्रों में बेघर हो गए हैं, जो गुरुवार से मूसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. (इनपुट एजेंसी के साथ)