Maharashtra में कोरोना के कहर का घातक असर, एक दिन में अब तक सबसे ज्यादा 832 लोगों की मौत, 66191 नए मामले भी मिले
महाराष्ट्र में एक दिन में कोरोना से अब तक सबसे ज्यादा 832 लोगों की मौत, 66191 नए मामले भी मिले
मुंबई: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर तेजी के साथ बढ़ रही हैं. जिसे रोकने के लिए केंद्र सरकार के साथ ही राज्य की सरकारें हर संभव कोशिश कर रही हैं. इसके बाद भी यह महामारी हवा की तरह बढ़ते जा रही हैं. सरकार के प्रतिबंधों के बाद भी देश में रविवार को करीब 3.5 लाख कोरोना के मामले पाए गए. वहीं 2,767 लोगों की जान गई हैं. इस महामारी से अब तक सभी राज्यों में महाराष्ट्र (Maharashtra) सबसे ज्यादा इसकी चपेट में हैं. इस राज्य में पिछले 24 घंटे में अब तक सबसे ज्यादा 832 मौतों के साथ 66,191 लोग कोरोना से संक्रमित पाए पाए हैं. हालांकि कुछ हद तक राहत की बात है कि कोरोना के मामले कल की अपेक्षा आज कम मिले हैं. लेकिन मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है.
महाराष्ट्र स्वास्थ्य अधिकारियों (Maharashtra Health Officers) द्वारा रविवार को जारी आकड़ों के अनुसार 66,191 कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केसों की कुल संख्या बढ़कर 6,98,354 हो गई हैं, वहीं अब तक इस महामारी से 35,30,060 लोग ठीक हुए हैं, जबकि 64,760 लोगों की जान गई हैं. यह भी पढ़े: Coronavirus Second Wave: क्या महाराष्ट्र समेत अन्य जगहों पर कोरोना की सेकेंड वेव शुरु हो गई है? जानें डॉक्टर इसे ज्यादा घातक क्यों बता रहे हैं?
महाराष्ट्र में कोरोना से 832 लोगों की मौत:
कोरोना महामारी को लेकर देश की राजधानी दिल्ली संख्या के हिसाब से महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा इसकी चपेट में हैं. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 22,933 नए केस पाए गए. वहीं 350 लोगों की मौत हुई हैं. हालांकि 21,071 लोग ठीक हुए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मामलों की कुल संख्या 94,592 है. जबकि 9,18,875 लोग इस महामारी से अब तक ठीक हुए हैं. वहीं 14,248 लोगों की अब तक जान गई हैं.
कोरोना वायरस के मामले कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल,बिहार उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. देश के सभी राज्यों में कोरोना वायरस के मामले तेजी के साथ बढ़ने की वजह से कई राज्यों में बेड्स के साथ ही ऑक्सीजन कम पड़ने लगे हैं. जिसके चलते कई राज्यों से ऑक्सीजन कम पड़ने से मरीजों के मौत होने की खबरे सुनने को मिली, हालांकि कोरोना के इस संकट में लोगों की जान बचाई जा सके. केंद्र सरकार के साथ ही राज्य की सरकारें हर संभव कोशिश में लगी हुई हैं.