महाराष्ट्र में सत्ता का संघर्ष बरकरार: संजय राउत बोले- जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है
महाराष्ट्र में भले ही राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है. लेकिन पार्टियों के बीच बैठक और जुबानी हमले का दौर खत्म नहीं हुआ है. एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना लगातार एक दूसरे से संपर्क में है. कभी एनडीए का हिस्सा रही शिवसेना अब अलग राह पर चल पड़ी है. अब सरकार किसकी होगी महाराष्ट्र में उसपर सभी की नजर हैं लेकिन शिवसेना लगातार बीजेपी पर तंज कसने का मौका नहीं छोड़ रही है. इसी कड़ी में शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर फिर से तंज कसते हुए कहा कि, अब हारना और डरना मना है. हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है. उनके इस ट्वीट से माना जा रहा है कि यह शिवसेना की हुंकार है जो बता रही है कि वो सरकार बनाने की राह में अभी लगी हुई है.
महाराष्ट्र में भले ही राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है. लेकिन पार्टियों के बीच बैठक और जुबानी हमले का दौर खत्म नहीं हुआ है. एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना लगातार एक दूसरे से संपर्क में है. कभी एनडीए का हिस्सा रही शिवसेना अब अलग राह पर चल पड़ी है. अब सरकार किसकी होगी महाराष्ट्र में उसपर सभी की नजर हैं लेकिन शिवसेना लगातार बीजेपी पर तंज कसने का मौका नहीं छोड़ रही है. इसी कड़ी में शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर फिर से तंज कसते हुए कहा कि, अब हारना और डरना मना है. हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है. उनके इस ट्वीट से माना जा रहा है कि यह शिवसेना की हुंकार है जो बता रही है कि वो सरकार बनाने की राह में अभी लगी हुई है.
शिवसेना नेता संजय राउत इससे पहले भी ने ट्वीट करके लिखा था कि जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है. इससे पहले उन्होंने कल ट्वीट करके ‘अग्निपथ,अग्निपथ, अग्निपथ’ लिखा था. संजय राउत ने कई बार आक्रमाक रूप अख्तियार कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला भी किया है. खबरों की माने तो शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी के बीच राज्य में सरकार गठन को लेकर एक सामान्य सहमति बन गई है. इस बीच माना जा रहा है कि आज फिर एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना के नेता बैठक कर सकते हैं. जिसमें आगे की रणनीति तय हो सकती है. यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता अहमद पटेल के बीच हुई मीटिंग! संजय राउत ने दी ये सफाई.
वहीं बीजेपी भी शांत नहीं है. देवेंद्र फडणवीस के एक बयान के बाद सूबे में हड़कंप मच गया है. दरअसल फडणवीस ने कहा था कि राज्य को जल्द स्थिर सरकार मिलेगी. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने भी दावा किया कि सरकार तो बीजेपी ही बनाएगी. इससे माना जा रहा है कि राष्ट्रपति शासन लगने की अवधि के बीच बीजेपी शिवसेना के साथ सरकार बनाने की संभावनाओं में जुटी रहेगी.