महाराष्ट्र में विधायक, मंत्री और सांसद बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए देंगे एक महीने का वेतन: एकनाथ शिंदे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरू हुआ ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ पूरे देश में चल रहा है. इसके तहत विभिन्न राज्यों और शहरों में स्वच्छता अभियान चल रहा है. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महाराष्ट्र में बाढ़ पीड़ित किसानों के साथ खड़ी है.
मुंबई, 25 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के जन्मदिन से शुरू हुआ ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ पूरे देश में चल रहा है. इसके तहत विभिन्न राज्यों और शहरों में स्वच्छता अभियान चल रहा है. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने भी स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महाराष्ट्र में बाढ़ पीड़ित किसानों के साथ खड़ी है. महाराष्ट्र में बाढ़ पर एकनाथ शिंदे ने कहा, "सभी लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाके में जाना चाहिए. बाढ़ पीड़ितों को अभी मदद की आवश्यकता है. उन पर बड़ा संकट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा किसानों के साथ खड़े हैं. केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से जो भी मदद होगी, किसानों को दी जाएगी." उन्होंने ये भी कहा कि वहां जाकर किसी को राजनीति नहीं करनी चाहिए.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "हमारे मंत्री, सांसद और विधायकों ने अपने एक महीने का वेतन वहां के लोगों को देने का निर्णय लिया है. सभी लोगों को अपना-अपना योगदान देना चाहिए. ये हमारे अन्नदाता हैं और सरकार उनके साथ खड़ी है." एकनाथ शिंदे ने कहा, "स्वच्छ भारत मिशन न तो एक दिन का और न ही कुछ दिनों तक चलने वाला कार्यक्रम है. यह एक सतत और निरंतर चलने वाला प्रयास है. इसलिए यह अभियान आगे भी जारी रहेगा." यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रेटर नोएडा में ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का उद्घाटन किया, उत्तर प्रदेश को निवेश का प्रमुख केंद्र बताया
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी. प्रधानमंत्री ने खुद सफाई कर इसकी शुरुआत की थी. आज हम लोग भी इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं. महाराष्ट्र में स्वच्छता ही सेवा है, और वही हम लोग कर रहे हैं. शिंदे ने सफाईकर्मियों को रियल टाइम हीरो बताते हुए कहा कि अब खुले में न हम कचरा डालेंगे और न ही किसी को डालने देंगे. इसके लिए घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी की जो संकल्पना है, उनमें एक बड़ा योगदान महाराष्ट्र से दिया जाएगा.