मुंबई, 23 मार्च: महाराष्ट्र (Maharashtra) में सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (BJP) गठबंधन के कुछ विधायकों ने गुरुवार को यहां कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तस्वीरों को कथित तौर पर लात मारकर अपवित्र किया, जिसकी कई हलकों से तीखी आलोचना हुई, यहां तक कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस घटना पर अपनी भड़ास निकाली. विधायक 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर के खिलाफ राहुल गांधी की टिप्पणी के खिलाफ विधानसभा में विरोध कर रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप सदन को स्थगित करना पड़ा. शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक और संजय शिरसाट ने वीर सावरकर का 'अपमान' करने के लिए राहुल गांधी की निंदा की. यह भी पढ़ें: Maharashtra: शिवसेना ने राहुल गांधी को सजा सुनाये जाने का स्वागत किया
जबकि शिरसाट ने कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) का रुख जानने की मांग की. आगे कहा कि सावरकर के खिलाफ बयान देने के लिए विधानसभा राहुल गांधी के खिलाफ एक प्रस्ताव लाएगी. वहीं भाजपा विधायक आशीष शेलार ने विदेशी धरती पर भारत का कथित रूप से अपमान करने और सावरकर पर अपशब्दों के लिए कांग्रेस सांसद से माफी की मांग की. दोनों तरफ से हंगामा जारी रहने पर स्पीकर राहुल नार्वेकर ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी.
सदन के बाहर विधानसभा की सीढ़ियों पर सत्ता पक्ष के कुछ विधायक कथित तौर पर राहुल गांधी की तस्वीर लेकर आए और नारेबाजी करते हुए उमसे लात मारने लगे. कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गांधी की छवि को खराब करने के लिए सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों द्वारा इस तरह के निम्न स्तर का सहारा लेने के साथ ऐसा व्यवहार अभूतपूर्व था.
उन्होंने कहा कि यह बेमौसम बारिश-ओलावृष्टि, महंगाई, बेरोजगारी और देश के सामने मौजूद अन्य समस्याओं के कारण किसानों को हुए नुकसान से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश है। हमने महाराष्ट्र में हमेशा मर्यादा और संस्कृति को बनाए रखी है. उन्होंने यह भी मांग की कि इस तरह के कृत्यों में शामिल लोगों को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष की शिकायत का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए इस बात पर सहमति जताई कि राहुल गांधी की तस्वीर को लात मारने की घटना विधानसभा परिसर के अंदर नहीं होनी चाहिए थी. फडणवीस ने गुस्साए कांग्रेस सदस्यों से कहा, सत्ता पक्ष की ओर से, मैं विश्वास दिलाता हूं कि भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं होगी.
हालांकि, डिप्टी सीएम ने यह भी आग्रह किया कि लोगों को देश के महान प्रतीकों के बारे में बोलते समय अपनी पसंद के शब्दों के बारे में सावधान रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि वीर सावरकर जितना कष्ट किसी अन्य स्वतंत्रता सेनानी ने नहीं उठाया है, इसलिए उनके खिलाफ दिए गए बयानों की निंदा की जानी चाहिए.