Badlapur Sexual Assault Case: मुंबई से सटे ठाणे के बदलापुर स्थित आदर्श स्कूल में दो बच्चिओं से यौन शोषण मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. स्कूल के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है कि पिछले 15 दिनों का CCTV फुटेज गायब हैं. जिसके बारे में महाराष्ट्र में शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर (Maharashtra Minister Deepak Kesarkar) ने सोमवार को मीडिया को जानकारी दी. केसरकर ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज क्यों गायब हुई है और इसके पीछे क्या मकसद है, इसकी जांच पुलिस करेगी. जांच में दोषी पाए जाने पर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई होगी.
शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने यह भी जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को महाराष्ट्र कैबिनेट में स्कूलों में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई. शिक्षा मंत्री ने बताया कि स्कूलों में सीसीटीवी की तरह पैनिक बटन भी लगाया जा सकता है...हॉस्टल में भी पैनिक बटन लगाया जा सकता है. यह एक अलग तकनीक है. यह भी पढ़े: Badlapur Sexual Abuse: मासूम बच्चियों का एक नहीं कई बार हुआ यौन शोषण, SIT ने अब स्कूल प्रशासन को भी बनाया आरोपी
बदलापुर आदर्श स्कूल मामले में बड़ा खुलासा:
#WATCH | On the Badlapur incident, Maharashtra Minister Deepak Kesarkar says, "...Just like CCTVs in schools, panic buttons can also be installed...A panic button can also be installed in the hostels...It is an advanced technology..." pic.twitter.com/EUV1KecTwX
— ANI (@ANI) August 26, 2024
राज्य के सभी स्कूलों में CCTV लगाना अनिवार्य:
बदलापुर स्कूल में घटित घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने पिछले हप्ते एक बड़ा फैसला लेते हुए एक महीने के भीतर अपने परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश जारी किया. स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने सभी स्कूलों को एक आदेश जारी कर कहा कि आदेश का पालन न करने पर संचालन की अनुमति रद्द करने जैसे गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
मामले में आरोपी है गिरफ्तार:
बदलापुर आदर्श स्कूल में बच्चियों से घिनौनी हरकत करने वाला सफाई कर्मचारी गिरफ्तार है. सोमवार को उसे ठाणे जिले में एक अदालत ने पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
12 और 13 अगस्त को घटित हुई
बदलापुर के आदर्श स्कूल में यह घटना 12 और 13 अगस्त को हुई जब स्कूल में एक सफाई का काम करने वाले कर्मचारी ने दो लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया. जब पीड़ित लड़कियों के माता-पिता को इस बारे में पता चला तो वे पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई. शिकायत दर्ज होने के बाद भी मामले में लापरवाही बरतने पर लोगों जब आक्रोशित होकर रेल रोको आंदोलन शुरू किया. जिसके बाद पुलिस के साथ ही महाराष्ट्र सरकार जागी.