मुंबई: कोरोना की मार झेल रहे महाराष्ट्र (Maharashtra) में आने वाले दिनों में हालात और भी ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है. राज्य सरकार ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है. सीएम ठाकरे ने गुरूवार को जिला अधिकारियों से कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखकर नये ऑक्सीजन प्लांट और दवाइयों को स्टॉक करके रखने के लिये योजना बनाने को कहा. COVID-19: देशभर में बेकाबू हुआ कोरोना, दिल्ली-महाराष्ट्र समेत इन राज्यों में 1 मई से 18+ का वैक्सीनेशन मुश्किल.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में जुलाई और अगस्त तक तीसरी लहर आने की संभावना है. उन्होंने राज्य प्रशासन से तीसरी लहर के लिए तैयार रहने को कहा और बुनियादी ढांचे को बेहतर करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि वह राज्य में वर्तमान परिदृश्य को दोहराना नहीं चाहते हैं. बता दें कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा, 'कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिये टीकाकरण में तेजी लानी होगी. हमने 18 से 44 वर्ष की उम्र के लोगों को मुफ्त टीके लगाने का ऐलान किया है लेकिन उसकी आपूर्ति की योजना बनानी होगी.' उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य के लिये ऑक्सीजन का स्टॉक रहे. सीएम ने बताया कि ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिये अनुमति दी जा चुकी है.
टीकाकरण धीमा होने से तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी कर बताया कि महाराष्ट्र में टीकाकरण की धीमी गति से राज्य में संक्रमण की तीसरी लहर आ सकती है. यह चेतावनी तब जारी की गई है जब महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि वह पर्याप्त संख्या में टीका उपलब्ध नहीं होने के कारण 18 से 44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं करने जा रही है.
बता दें कि महाराष्ट्र महामारी से बुरी तरह प्रभावित राज्य है और वहां वर्तमान लाभार्थियों (45 वर्ष से ऊपर के लोग) के लिए टीके की कमी की खबर है जिससे वहां टीकाकरण की गति धीमी है. महाराष्ट्र में गुरूवार को कोरोना संक्रमण के 66159 नये मामले दर्ज किये गए और 771 लोगों की मौत हो गई.