रायगड, 30 अगस्त : नाबालिग से दुष्कर्म मामले में सजा काट रहे आसाराम इलाज के लिए महाराष्ट्र में है. आसाराम को रायगड के खोपोली स्थित माधवबाग आयुर्वेदिक अस्पताल में दिल से जुड़ी बीमारी के इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. आसाराम को बीते 27 अगस्त को जोधपुर से फ्लाइट से महाराष्ट्र ले जाया गया था. पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. एयरपोर्ट के अंदर उन्हीं लोगों को जाने की अनुमति थी जिसकी फ्लाइट थी. आसाराम को इस दौरान किसी भी भक्त से मिलने नहीं दिया गया था.
इस दौरान आसाराम पुलिसकर्मियों पर गुस्सा करते हुए नजर आया था. वो एक पुलिस अधिकारी पर नाराज हो गया था. फ्लाइट के अंदर भी गुस्से में वहां मौजूद व्यक्ति को बाहर जाने का इशारा कर रहा था. इस घटना का वीडियो सामने आया था, जिसमें कुछ यात्री भी आसाराम संग कुछ यात्री बातचीत करते दिखे थे. आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट ने इलाज के लिए 13 अगस्त को 7 दिन की पैरोल दी थी. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि पैरोल की अवधि अस्पताल पहुंचने के दिन से गिनी जाएगी. यह भी पढ़ें : झारखंड: झामुमो विधायक रामदास सोरेन ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की, चंपई सोरेन की जगह ली
बता दें कि राजस्थान कोर्ट ने आसाराम को शर्तों के साथ इलाज के लिए पैरोल दी है. उसका इलाज जिस निजी कमरे में होगा, वहां पर 24 घंटे पुलिस का पहरा रहेगा. आसाराम से कोई भी अतिरिक्त व्यक्ति उपचार के दौरान नहीं मिल सकेगा. आसाराम को इलाज के दौरान आने-जाने का पूरा खर्च स्वयं उठाना होगा.
गौरतलब है कि आसाराम दुष्कर्म के दो मामलों में सजा काट रहा है. इसकी वजह से वो जेल की सलाखों के पीछे है. नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में आसाराम को जोधपुर पुलिस ने इंदौर के आश्रम से साल 2013 में गिरफ्तार किया था. कोर्ट में पांच साल की लंबी सुनवाई के बाद 2018 में आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. वहीं दूसरा मामला गुजरात के गांधीनगर आश्रम का है, जहां आसाराम के खिलाफ एक महिला ने रेप का मामला दर्ज करवाया था. गांधीनगर कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए साल 2023 में आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी