महाराष्ट्र में शिवसेना को झटका: Shiv Sena के पांच नगरसेवक अजित पवार की मौजूदगी में NCP में हुए शामिल

महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन के महाविकास अघाड़ी की भले ही सरकार है. लेकिन नेताओं के आने और जाने का सिलसिला थमा नहीं है. इस बार शिवसेना को झटका लगा है. शिवसेना के पांच नगरसेवक (Shiv Sena Corporators) ने पार्टी को अलविदा कहकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) का दामन थाम लिया है. इन सभी नगरसेवकों ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हुए. पारनेरचे के आमदार नीलेश लंके की मौजूदगी में पांचो नगरसेवक डॉ. मुद्दस्सीर सय्यद, नंदकुमार देशमुख, किसन गंधाडे, वैशाली औटी, नंदा देशमाने ने एनसीपी ज्वाइन किया.

शिवसेना के नगरसेवक एनसीपी में शामिल ( फोटो क्रेडिट- ANI)

महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन के महाविकास अघाड़ी की भले ही सरकार है. लेकिन नेताओं के आने और जाने का सिलसिला थमा नहीं है. इस बार शिवसेना को झटका लगा है. शिवसेना के पांच नगरसेवक (Shiv Sena Corporators) ने पार्टी को अलविदा कहकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) का दामन थाम लिया है. इन सभी नगरसेवकों ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हुए. पारनेरचे के आमदार नीलेश लंके की मौजूदगी में पांचो नगरसेवक ने एनसीपी ज्वाइन किया.

शिवसेना ने बीजेपी का दामन छोड़ने के बाद एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई है. वैसे तो उपरी तौर पर सभी एक जुट नजर आते हैं. लेकिन अंदरूनी इनके भीतर सियासी गहमागहमी तेज है. यही कारण है कि एनसीपी चीफ शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे कई बार मुलाकत कर चुके हैं. वहीं कांग्रेस के कई नेता शिवसेना से ज्यादा खुश नहीं है. वहीं अब एनसीपी में नगरसेवकों का जाना एक बार फिर से मामले को हवा दे सकता है.

ANI का ट्वीट:- 

राज्य में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर बीजेपी भी लगातार उद्धव ठाकरे की सरकार पर निशाना साधने से नहीं चुक रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को आरोप लगाया था कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को लेकर महा विकास आघाडी (MVA) सरकार में शामिल तीनों पार्टियों, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनकी कैबिनेट के बीच समन्वय नहीं है. फडणवीस ने कहा कि एमवीए की पार्टियां कहती जरुर हैं कि वे मुख्यमंत्री के साथ हैं लेकिन उनके कामकाज से ऐसा नहीं लगता है.

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