Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में 7 मई को जंतर-मंतर पर होगी महापंचायत, BJP की बढ़ जाएगी टेंशन?
नई दिल्ली, 3 मई: आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने बुधवार को जंतर-मंतर पर जाकर यहां धरना दे रहे पहलवानों का समर्थन किया. राय के मुताबिक, इस दौरान दिल्ली के 360 गांवों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. यहां दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, कई विधायक एवं पार्षदों समेत अन्य लोग भी पहुंचे.
गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार इस गलतफहमी में है कि खिलाड़ी धरना खत्म करने के लिए मजबूर हो जाएंगे, लेकिन दिल्ली के लोग इनके साथ हैं और इनकी हिम्मत नहीं टूटने देंगे. उन्होंने दिल्ली के भाजपा सांसदों को भी खिलाड़ियों का साथ देने के लिए निमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि यह तय किया गया है कि 7 मई को फिर गांवों के लोग जंतर-मंतर पर जुटेंगे और महापंचायत कर आंदोलन की आगे की रणनीति बनाएंगे. Wrestlers Protest: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू जंतर-मंतर पहुंचे, प्रदर्शन कर रहे कुश्ती पहलवानों से मुलाकात की (Watch Video)
राय ने कहा कि ओलंपिक में मेडल जीतकर देश का मान-सम्मान बढ़ाने वाले खिलाड़ी पिछले 10 दिनों से जंतर मंतर पर आंदोलन कर रहे हैं. देश की शान हमारी बहनों को गर्मी और बारिश में भी आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
भाजपा नेताओं के यह कहने पर कि आप के नेता इस आंदोलन को हाईजैक करना चाहते हैं, राय ने कहा, "मैं उनको चुनौती देता हूं कि अगर उनके अंदर समाज और बहन-बेटियों की इज्जत को लेकर चिंता है तो वे भी आकर हमारे साथ जंतर मंतर पर बैठें और खिलाड़ियों का समर्थन करें. इन खिलाड़ियों ने पूरी दुनिया में भारत का तिरंगा फहराया है और आज इन्हीं से इनकी जाति पूछी जा रही है. लेकिन हमारा तिरंगा किसी भी जाति से ऊपर है."
उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को समर्थन देने के लिए दिल्ली के नरेला, बवाना, मुंडका, नजफगढ़, मटियाला, छतरपुर, बिजवासन समेत 360 गांवों के प्रतिनिधि आए हैं. ये एक ही बात कहने के लिए आए हैं कि अगर केंद्र सरकार यह सोचती है कि इन खिलाड़ियों को हम ऐसे ही सड़क पर छोड़ देंगे और एक दिन मजबूर होकर ये जंतर मंतर छोड़कर चले जाएंगे तो वह गलतफहमी में है. केंद्र सरकार को ही मजबूर होना पड़ेगा, जैसे किसान तेरह महीने तक धरना स्थल से नहीं गए और अंत में मजबूर होकर केंद्र को पीछे हटना पड़ा और तीनों कृषि कानून वापस लेने पड़े. केंद्र सरकार इन खिलाड़ियों का हौसला तोड़ने की जितनी कोशिश करेगी, उतना ही देश से समर्थन का जमावड़ा जंतर मंतर पर लगता रहेगा. अगर केंद्र सरकार इनकी हिम्मत तोड़ना चाहती है तो पूरी दिल्ली के गांव इनकी हिम्मत जोड़ना चाहते हैं.
गोपाल राय ने गांव के प्रतिनिधियों के सामने प्रस्ताव रखते हुए कहा, "हमारे देश की बेटियां यहां आंदोलन कर रही हैं. इनके समर्थन में दिल्ली के सभी गांवों में पंचायत बुलाई जाए. पंचायत में सभी बिरादरी के लोगों को बुलाकर खिलाड़ियों के समर्थन पर चर्चा की जाए. दूसरा, 4, 5, और 6 मई को दिल्ली के सभी गांव अपने-अपने क्षेत्र में पंचायत करे और 7 मई को जंतर मंतर पर खिलाड़ियों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाए. खिलाड़ियों के समर्थन में सभी गांवों के लोग, प्रतिनिधि, पार्षद व विधायक 7 मई की सुबह 11 बजे जंतर मंतर पर आएं, ताकि सभी गांवों की महापंचायत की जा सके."