Satpura Bhawan Fire: 15 घंटे की मशक्कत के बाद भी सतपुड़ा भवन से निकल रहा धुआं, सीएम शिवराज ने बनाई जांच कमेटी
Satpura Bhawan | Photo: ANI

भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यालयों वाले ‘सतपुड़ा भवन’ की तीसरी मंजिल पर सोमवार को भीषण आग लग गई जिसके बाद अधिकारियों को आग बुझाने के लिए सेना, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और तेल कंपनियों की दमकल की गाड़ियां मंगवानी पड़ीं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह को आग के बारे में अवगत कराया और इसे बुझाने के लिए सहायता मांगी. पीएम मोदी ने चौहान को आग पर काबू पाने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया. Ganga Jamuna School, Damoh: गंगा जमुना स्कूल मामले में अब बुलडोजर की तैयारी.

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन में दोपहर करीब 4 बजे भीषण आग लग गई थी. देर शाम तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. तीसरी मंजिल से शुरू हुई आग की लपटें फैलते हुए छठी मंजिल तक पहुंच गईं और देखते ही देखते पूरा भवन धूं धूं करके जलने लगा. बताया गया कि इमारत में तीसरी मंजिल पर पहले शॉर्ट सर्किट हुआ और इससे एसी ब्लास्ट हो गया. इसके बाद आग बढ़ती चली गई.

सतपुड़ा भवन से अभी भी उठ रहा धुंआ

आग इतनी भीषण थी कि उस पर 14 घंटे बाद काबू पाया जा सका. इस आग पर काबू पाने के लिए पहले सेना को बुलाना पड़ा और फिर देर शाम सीएम शिवराज सिंह चौहान के कहने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स को भी इस मामले में सहायता करने के निर्देश दिए.

सूत्रों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय सहित वहां स्थित सभी कार्यालयों में आग लग गई, जहां फाइलें नष्ट हो गई हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर चर्चा कर सतपुड़ा भवन में आग की घटना की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की. जिसके बाद देर रात AN 32 विमान और MI 15 हेलीकाप्टर को भोपाल रवाना होने का निर्देश दिया गया.

आशीष सिंह, जिला कलेक्टर, भोपाल ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है. सीआईएसएफ, सेना सहित सभी एजेंसियां आग बुझाने के लिए एक साथ आईं और इस पर काबू पा लिया गया है. यह आग इतनी भीषण थी कि बिल्डिंग से अभी तक धुआं निकलता दिख रहा है.

सतपुड़ा भवन में लगी आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान ने कमेटी घोषित की है. कमेटी के सदस्य जांच के प्रारंभिक कारणों का पता लगाकर रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे.