मध्य प्रदेश: उज्जैन में गई मेडिकल टीम के साथ दुर्व्यवहार, स्थानीय लोगों जानकारी देने से किया इनकार
उज्जैन में मेडिकल टीम के साथ दुर्व्यवहार ( फोटो क्रेडिट- ANI)

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए देशभर में डॉक्टर और पुलिस की टीम लगातार काम कर रही है. वायरस से अधिक लोग संक्रमित न हो इसलिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया गया है. यही नहीं डॉक्टरों की टीम लोगों के पास जा जाकर निरक्षण कर रही है कि कोई कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं है. लेकिन इतनी मेहनत करने के बाद भी मेडिकल टीम के साथ कई लोग बुरा बर्ताव करने से बाज नहीं आ रहे हैं. एक बार फिर मेडिकल टीम के साथ दुर्व्यवहार का मामला मध्य प्रदेश के उज्जैन से सामने आया है. जहां के बिलोतीपुरा इलाके में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे करने के लिए पहुंची तो स्थानीय लोग उनपर बिफर गए और उनकी सहायता करने की बजाय उनसे गाली-गलौज करने लगे. मेडिकल टीम को वहां के लोगों ने किसी भी प्रकार की जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया.

मध्य प्रदेश में इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी मेडिकल टीम हमले का शिकार हो चुकी है. बता दें कि इंदौर के रानीपुरा इलाके के टाटपट्टी बाखल इलाके में हुए पथराव की घटना में मेडिकल टीम को जान बचाकर भागना पड़ा था. वहां के कुछ अराजकतत्वों ने टीम पर छतों से पथराव शुरू कर दिया था. यही नहीं राजधानी भोपाल में भीड़ का हटाने गए पुलिस दल के जवानों पर बदमाशों ने चाकू से हमला कर दिया था. इस हमले में दों जवानों को चोटें आई थी. इस घटना को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लिया और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने की बात कही है.

ANI का ट्वीट:- 

गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल और इंदौर में कोरोनावायरस के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सतर्क रहने पर जोर दिया है, साथ ही इस बात के संकेत दिए कि अगर जरूरत पड़ी तो दोनों ही स्थानों पर लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जा सकता है. इन दो जगहों से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे अधिक सामने आ रही है.